पर्यटन

हवा में 8,500 फीट की ऊंचाई पर यहां है दुनिया का सबसे खतरनाक टॉयलेट

यहां जाना आम इंसानों के बस की बात नहीं है। डर के मारे तो इंसान टॉयलेट करना ही भूल जाएगा।

अपना घर और घर का टॉयलेट…इसकी कल्पना करते ही साफ-स्वच्छ टॉयलेट की तस्वीर आंखों के सामने होती है। मगर हर जगह के टॉयलेट एक जैसे नहीं होते, अब जैसे कि ट्रेन के टॉयलेट को ही ले लीजिए। नाम भर लेेने से हम नाक-भौंह सिकुड़ने लगते हैं। वैसे ज्यादातर सार्वजनिक जगहों के टॉयलेट का कमोबेश यही हाल है। मगर मजबूरी में जाने से कम से कम डरते तो नहीं।

हम जिस टॉयलेट के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, उसके बारे में जानकर ही आप डरने लगे हैं। इसे यूं ही दुनिया का सबसे खतरनाक टॉयलेट नहीं कहा जाता। जरा सोचिए, लकड़ी का बना एक ऐसा टॉयलेट जो हवा में 8, 500 फीट की ऊंचाई पर है वहां का मंजर कैसा होगा।

उस पर से -50 डिग्री सेंटीग्रेट का तापमान, जिसमें खून भी बर्फ बन जाए तो ऐसे में इंसान टॉयलेट कैसे कर सकता है। मगर साइबेरिया में अल्ताई की पहाड़ियों के चोटी पर वैज्ञानिकों ने अपने इस्तेमाल के लिए ऐसा टॉयलेट बनवाया है जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक टॉयलेट कहा जाता है।

यहां साइबेरिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित वेदर स्टेशन है, वहीं अपनी तरह का अनोखा टॉयलेट वहां काम करने वाले वैज्ञानिकों को एक अलग तरह का ही एहसास दिलाता है। मगर आम इंसानों के बस की बात नहीं है। डर के मारे तो इंसान टॉयलेट करना ही भूल जाएगा। हालांकि वो कहते हैं ना डर के आगे ही जीत है। तो अगर डर पर जीत पा गए तो आगे रोमांच का सफर आपका इंतजार कर रहा है।

 

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