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हाईटेंशन तार की चपेट में आए कई बच्चे, ग्रामीणों ने अधिकारियों को पीटा

फरीदाबाद। फरीदाबाद में कुछ लोगों ने बिजली निगम के दफ्तर पहुंचकर अधिकारियों के साथ मारपीट की। दरअसल इससे पहले बुधवार को मकानों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन की तारों की चपेट में आने कई बच्चों के झुलस गए, वहीं बिजली के सभी उपकरण भी जल गए। इसी बात से गुस्साए लोग बिजली निगम के दफ्तर में तोड़फोड़ करने जा पहुंचे। गुरुवार को इस मामले में एक वीडियो सामने आया है। घरों को गैर कानूनी बता रहे थे अधिकारी…

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हाईटेंशन तार की चपेट में आए कई बच्चे, ग्रामीणों ने अधिकारियों को पीटा – मामला बल्लभगढ़ की सूबेदार कॉलोनी का है। दोपहर करीब 2:00 बजे हाईटेंशन वायर से घर में करंट दौड़ गया और घर में खेल रहा 10 साल का बच्चा इसकी चपेट में आ गया।

– जब लोगों ने देखा कि उनके घरों के मीटरों में आग लग गई है तो लोगों ने इस मामले में बिजली निगम के अधिकारियों को फोन किया, लेकिन फोन करने के बाद जब बिजली निगम की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

– इसके बाद सौ से ज्यादा लोग ऊंचा गांव स्थित बिजली निगम के दफ्तर पर पहुंच गए। यहां दफ्तर में लोगों ने जमकर बवाल काटा और बाद में कुर्सी पर बैठे अधिकारी महेंद्र सिंह वह उनके साथ मौजूद कर्मचारियों की खूब पिटाई कर दी।

– महेंद्र सिंह को बचा रहे अधिकारी और कर्मचारी भी लोगों के गुस्से का ग्रास बन गए। लोगों ने बिजली निगम के कर्मचारियों को चप्पल जूते और लाठियों से मारा।

– निगम के अधिकारी महेंद्र सिंह की मान्यता हम ऑफिस में काम कर रहे थे कि 35-40 महिलाएं और 60-70 पुरुष उनके दफ्तर में घुस आए और उन्होंने डंडे और चप्पलों से उनकी पिटाई कर दी। महेंद्र सिंह की मानें तो लोगों ने लाठी डंडे से उनके दरवाजे को कई बार बजाया और कंप्यूटर रूम में घुसने की कोशिश की। महेंद्र सिंह की माने तो हादसा होने के बाद एसडीओ और जेई मौके पर गए हुए थे।

– वहीं घटनास्थल पर मौजूद संदीप का कहना है कि हम पड़ोस में कई लोग बैठे हुए थे कि एक साथ धमाका हुआ और घरों के मीटर में आग लग गई। हादसे में घरों में मौजूद 8 से 10 बच्चे झुलस गए, जिनमें एक बच्चा जो खाना खा रहा था, काफी झुलसा है। संदीप की मानें तो सभी झुलसे वह बच्चों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।

– इसके अलावा बृजबाला, वीना अौर अन्य का कहना है कि बिजली कर्मियों की लापरवाही से उनके घरों में रखा सारा बिजली का सामान जल गया और मीटर भी जल गए। हादसे में कई बच्चे भी बुरी तरह से झुलस गए हैं।

– दूसरी तरफ पुलिस की मानें तो हादसे के बाद लोगों में रोष था, इसलिए वह बिजली दफ्तर में तोड़फोड़ करने चली गई। फिलहाल सभी महिलाओं को समझा दिया गया है कि इस हादसे में बिजली निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों का कोई दोष नहीं है।

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ऑफिस बंद कर धरने पर बैठे कर्मचारी

– इस घटना से गुस्साए सभी बिजली कर्मचारियों ने कार्यालय बंद कर धरना प्रदर्शन किया व दोषियों को तुरंत अरेस्ट कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

– एसडीओ सतबीर सिंह को यूनियन की तरफ से नोटिस दिया गया व मांग की कि जब तक कार्रवाई नहीं होती, तब तक कार्यालय में कोई भी कर्मचारी काम नही करेगा।

– वहीं एचएसईबी वर्कर यूनियन के प्रदेश ऑडिटर महेंद्र सिंह व प्रदेश उप महासचिव सुनील खटाना ने कहा कि अगर इसी तरह बिजली कर्मचारियों पर हमले होते रहेंगे तो प्रदेश का कर्मचारी वर्ग आने वाले समय मे पूरे प्रदेश के समस्त उपमंडल कार्यालयों को बन्द करेगा।

एफआईआर दर्ज कराई जाएगी

हाईटेंशन लाइन भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की है। बिजली अधिकारियों को सूचना दे दी है। जिन लोगों ने बिजली कर्मचारियों के साथ हाथापाई की है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। हाईटेंशन लाइन के नीचे घर बनाना गैरकानूनी है।

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