हाथ की इस उंगली में पहने चांदी की अंगूठी जड़ से खत्म हो जाएगी ये बड़ी समस्या
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चांदी के आभूषण पहनने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है. हमारे शास्त्रों में चांदी के बारे में बहुत सी ऐसी बातें कही हैं जो कि आपने पहले कभी सुनी भी नहीं होंगी, कहते हैं चांदी की उत्पत्ति भगवान शिव के नेत्रों के द्वारा हुई थी. इसीलिए चांदी के आभूषण धारण करने से हमारे शरीर को जो लाभ प्राप्त होते हैं वह किसी अन्य धातु से नहीं मिल सकते हैं. हम आज आपको इस लेख के माध्यम से चांदी की अंगूठी कa पहनने के वो लाभ बताएंगे जिन्हें पहनने से आपकी बहुत सी बीमारियां जड़ से समाप्त हो जाएंगी..
कनिष्ठा उंगली में पहने चांदी की अंगूठी
जब भी आप बाजार से चांदी के अंगूठी लेकर आए तो सबसे आप इस अंगूठी को आते ही ना पहनना शुरु कर दें. इसके लिए गुरुवार का इंतजार करें, फिर गुरुवार की रात को उस अंगूठी को पूरी रात भर पानी में भिगो कर ऱखे. फिर सुबह उठते ही उस चांदी की अंगूठी को भगवान विष्णु के चरणों में रख दें. इसे रखने के बाद फिर विधि विधान से विष्णु भगवान की पूजा करें, भगवान को चंदन का तिलक लगाए फिर धूप दीप देकर अक्षत चढ़ाएं.इसके बाद फिर अंगूठी को भी तिलक लगाएं और धूप दीप देकर अक्षत अर्पित करें. इसे करने के बाद आप फिर इस चांदी की अंगूठी को दाहिने हाथ की जो सबसे छोटी उंगली होती है उसमें धारण कर लें.
चांदी की अंगूठी धारण करने से मिलने वाले लाभ
-कनिष्ठा उंगली में चांदी की अंगूठी पहनने से मन शांत रहता है, यदि किसी को अचानक गुस्सा आ भी जाए तो वह जल्द ही कंट्रोल में आ जाता है.
-यदि किसी व्यक्ति का चंद्रमा कमजोर है, तो इस तरह के व्यक्ति को चांदी की अंगूठी धारण करनी चाहिए ,इससे मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है.
-यदि आप अगंठी पहनना पसंद नहीं करते हैं तो इसके लिए आप अपने गले में चांदी की चेन भी पहन सकते हैं. इससे कफ और पित्त दोनों में ही फायदा मिलता है.
-यदि घर में किसी बच्चे को बोलने में हकलाहट जैसी समस्या है तो उस बच्चे को भी चांदी की चैन या अंगूठी पहनाएं, धारण करने से काफी लाभ मिलेगा.