हाफिज सईद कश्मीर में मारे गए आतंकियों के लिए, लाहौर के जनाजे में पढ़ी नमाज
यह नमाज आतंकियों के शवों के बिना ही जेयूडी के चौबुर्जी स्थित मुख्यालय में पढ़ी गई। इस नमाज के बाद आतंकियों के लिए मातम मनाया गया और रैली निकाली गई। आपको बता दें कि जेयूडी के इस मुख्यालय को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार सील कर चुकी है।
इस दौरान सईद ने कहा कि अगर पाकिस्तान के पीएम शाहिद खकान अब्बासी और नवाज शरीफ भारत के प्रधानमंत्री से दोस्ती खत्म कर लेते हैं और अमेरिका की गुलामी करना छोड़ देते हैं तो उन्हें समस्याओं से निजात मिल जाएगी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हालही में स्वीकार किया है कि करीब दस साल पहले मुंबई में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले में उनके देश के आतंकवादियों का ही हाथ था। भ्रष्टाचार के मामले में सत्ता से बेदखल किए जा चुके शरीफ की यह स्वीकारोक्ति पाकिस्तान के मुंह पर करारा तमाचा है, जो इस हमले में अपनी भूमिका को सिरे से खारिज करता रहा है। भारत द्वारा एक के बाद एक कई डोजियर और पुख्ता प्रमाण देने के बाद भी पाक सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया था।
शुक्रवार को मुल्तान में रैली से पहले डॉन अखबार को दिए गए एक इंटरव्यू में अपने देश की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए शरीफ ने कहा था कि यहां अब भी आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं।
आप उन्हें नॉन स्टेट एक्टर का नाम दे सकते हैं लेकिन क्या उन्हें सीमा पार कर मुंबई में 150 लोगों की हत्या की इजाजत देनी चाहिए। मालूम हो कि 26 नवंबर, 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई पर हमला कर दिया था जिसमें 166 लोग मारे गए थे। उनमें से एक अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया था जिसे मौत की सजा के बाद फांसी पर लटका दिया गया।