टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या एशिया कप में चोटिल होने के बाद से क्रिकेट एक्शन से दूर हैं। वह इस समय चोट से उबर रहे हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि राष्ट्रीय टीम में कब वापसी कर पाएंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में पांड्या ने कहा कि वह वर्तमान में जीना पसंद करते हैं और लोग उनके बारे में क्या कहते हैं, इस पर ध्यान नहीं देते।
इंग्लैंड दौरे के दौरान सुनील गावस्कर और माइकल होल्डिंग ने ऑलराउंडर की क्षमताओं पर सवाल उठाए थे, लेकिन पांड्या इससे चिंतित नहीं हैं। ऑलराउंडर ने कहा, ‘उन्होंने काफी क्रिकेट खेला है। उन्हें कहने दीजिए। कोई बात नहीं। मैंने उन्हें काफी सुना है। मैं इसकी इज्जत करता हूं। मैं इतना काबिल हूं कि वह मेरे बारे में बात कर रहे हैं। अगर नहीं होता तो वह मेरे बारे में बात नहीं करते। मैंने इसे सकारात्मक अंदाज में लिया।’
ऐसा भी कहा जा रहा है कि टीम प्रबंधन पांड्या को विश्व कप के लिए तरोताजा रखने के इरादे से आराम भी देना चाहता है, लेकिन ऑलराउंडर इस बारे में कुछ नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इस बारे में कुछ नहीं सोच रहा हूं। यह पूरी तरह टीम प्रबंधन का फैसला है। मैं ऐसे ही अपना क्रिकेट खेलते आया हूं। मैं वहीं करता हूं जो कप्तान या कोच और मेरी टीम कहती है। अगर वह चाहते हैं कि मैं किसी एक प्रारूप में खेलूं तो ठीक है। अगर चाहते हैं कि सभी प्रारूप खेलूं तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं है।’
महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के प्रभाव के बारे में बात करते हुए पांड्या ने कहा कि इन दोनों की निगरानी में उनके खेल में काफी सुधार हुआ है। बकौल पांड्या, ‘धोनी और कोहली की मदद से मेरे खेल में सुधार हुआ है। दोनों में ही यह गुण है। अब तक मैं उनके साथ आगे बढ़ा हूं। मेरा करियर एमएस के नेतृत्व में शुरू हुआ और फिर कमान विराट ने संभाली। मैंने दोनों के नेतृत्व में काफी सुधार किया है।’
बता दें कि एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजी के दौरान कमर में चोट के कारण दर्द से छटपटाते हुए पांड्या मैदान पर गिर गए थे। जिसके बाद उन्हें स्ट्रैचर पर मैदान से बाहर ले जाया गया और इसके बाद से वह क्रिकेट एक्शन से दूर हैं।