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हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने बनाया सरकार पर दबाव

पटना : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के आलोक में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (से.) के वरिष्ठ नेताओं एवं जिला अध्यक्षों की एक अहम बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री वृशिण पटेल ने की एवं बैठक में हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मॉंझी भी उपस्थित थें। बैठक में नेताओं एवं जिला अध्यक्षों ने चिंता जताई है कि विधानमंडल से अलग पशुपति कुमार पारस जी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, पर हम (से.) के किसी भी नेताओं को मंत्रीमंडल में क्यों नहीं शामिल किया गया? पार्टी कार्यकर्ताओं एवं जिला अध्यक्षों की मांग पर यह निर्णय लिया गया कि जीतन राम मांझी के मुख्यमंत्री काल में लिए गये 34 निर्णयों में से सभी को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार के समक्ष अपनी मांग रखेंगे साथ ही साथ भविष्य में बिहार सरकार के अन्तर्गत जिला स्तरीय 20 सुत्री समितियों का गठन एवं विभिन्न बोर्ड एवं आयोग में हम (से.) के कार्यकर्ताओं को प्रमुख्ता देने की मांग की गई।

आज बैठक में समाचार पत्रों के हवाले से सुचित किया गया कि वत्र्तमान नीतीश कुमार जी के मंत्रिमंडल में (पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति) फिर से प्रारम्भ करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय को सभी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने समर्थन किया है। बैठक में फ्रेजर रोड सहित दर्जनों दलितों के आवास को तोडऩे की घटना पर आश्चर्य व्यक्त किया गया। दलितों का आवास वैकल्पिक व्यवस्था किये बगैर नहीं तोडऩे का निर्देश के बाबजुद मकान तोडऩे के कार्य की निंदा की गई और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग किया गया की देखे कि ऐसे बरसात के दिनों में गरीबों के बच्चे, बच्चियां एवं लाचार लोगों को कष्ट नहीं हो। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता, जिला अध्यक्ष एवं सक्रिय कार्यकर्ता मौजुद थें।

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