हिन्दू पुराणों से जानिए किस पाप के लिए मिलती है कौन सी योनि
गुरुड़ पुराण में बहुत सी बातों का जिक्र किया गया है. ऐसे में कहा जाता है हर जीव का पुनर्जन्म होता है और शास्त्रों में बताया है कि जिसका जन्म होता है, उसकी मृत्यु अवश्य होती है. ऐसे में इंसान का जन्म उसके कर्मों के हिसाब से ही होता है वहीं मृत्यु भी उसके कर्म पूरे भोगने पर ही होती है. बहुत कम लोग जानते हैं कि मौत होने के बाद व्यक्ति को किस योनि में जन्म लेना पड़ता है. जी हाँ, अब अगर आप इससे वाकिफ नहीं हैं तो आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं.
1. गरुड़ पुराण के मुताबिक़ दूसरे की पत्नी से संबंध बनाने वाला व्यक्ति घोर नरक में जाना पड़ता है और उसे पहले भेड़िया फिर कुत्ता, गिद्ध, सियार, सांप, कौआ और अंत में बगुला की योनि प्राप्त होती है.
2. कहा जाता है जो इंसान अपने से बड़ों का अपमान करता है उसे कौंच नामक पक्षी के रूप में जन्म लेना पड़ता है और उसे 10 वर्षों तक उसे इसी योनि में रहना होता है.
3. कहते हैं जो लोग सोने की चोरी करते हैं उन्हें कीड़े-मकोड़े की योनि में जन्म लेना पड़ता है और जो व्यक्ति चांदी की वस्तु चोरी करता है उसे कबूतर की योनि मिलती है। इसके अलावा सुगंधित पदार्थ की चोरी करने वाला व्यक्ति छछुंदर की योनि में जन्म लेता है।
4. कहा जाता है देवताओं और पूर्वजों को संतुष्ट किए बिना मरने वाला इंसान सौ साल तक कौए का जीवन व्यतीत करता है और उसके बाद मुर्गा, फिर एक महीने के लिए सांप की योनि में रहने के बाद उसके पापों का अंत होने लगता है.
5. कहते हैं जो व्यक्ति किसी शस्त्र से किसी की जान लेता है उसे गधे की योनि में जन्म लेना पड़ता है और उसके बाद वह हिरण का जीवन व्यतीत करता है और फिर उसकी हत्या भी किसी शस्त्र से ही होती है. उसके बाद वह मछली, कुत्ता, बाघ बनता है.