हिमाचल में तूफान-ओलावृष्टि से तबाही, फसलें बर्बाद, एक की मौत
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कांगड़ा में आम की 15 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। ऊना जिले में कई जगह पेड़ गिरने से बिजली गुल रही तो कई सड़कों पर यातायात भी ठप रहा। चतेहड़ गांव में ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग से एक पशुशाला भी जलकर राख हो गई।
सिरमौर के पांवटा की डांडा पंचायत के कुल्थीना गांव में बारिश से एक गौशाला ढह गई। इसमें बंधी दो गायें और एक बछड़े की मौत हो गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को भी अंधड़ और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है।
जैसे ही उन्होंने चद्दरें उठाईं, तेज हवा से वह उन्हें नहीं संभाल पाए और लेंटर से टीन सहित करीब 25 फीट नीचे आंगन में जा गिरे, जिससे उनकी मौत हो गई। करसोग, जंजैहली, चौहारघाटी में एक इंच तक मोटे ओले गिरे हैं।
चौहारघाटी में कई गाडि़यों के शीशे टूट गए हैं। चौहारघाटी के 35 गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। सुंदरनगर, बल्ह, सरकाघाट, धर्मपुर उपमंडलों में आम की फसल प्रभावित हुई है।
शिमला में बारिश
शनिवार को राजधानी शिमला में सुबह के समय जोरदार बारिश हुई। दिन भर शहर में बादल छाए रहे। शनिवार को ऊना में अधिकतम तापमान 39.3, शिमला में 24.8, धर्मशाला में 29.4, सोलन में 30.2, नाहन में 34.0, भुंतर में 29.6, कांगड़ा में 35.2, सुंदरनगर में 33.5, कल्पा में 21.8, मंडी में 30.2, हमीरपुर में 36.2 और बिलासपुर में 36.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।