जोशीमठ : सिखों के तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 1 जून को प्रात: साढे़ नौ बजे खुलने जा रहे हैं। यात्रा का पहला जत्था गोविन्दघाट से घांघरिया के लिए 31 मई को ही रवाना हो जायेगा। पहले जत्थे को मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा हरी झंडी दिखाये जाने की संभावना है। भले ही हेमकुंड यात्रा शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं, लेकिन अभी कुछ मूलभूत तैयारियां पूरी नहीं हो पायी हैं। हेमकुंड के पहले पड़ाव गोविन्दघाट में भी अभी पूरी तैयारियां नजर नही आ रही हैं। आपदा के दौरान बही प्राइवेट पार्किंग के निकट का रास्ता अभी तक तैयार नहीं हो पाया है। इसी रास्ते से सभी जत्थे व तीर्थयात्री गोविन्दघाट बाजार होते हुए गुरुद्वारे तक जाते हैं। इसी प्रकार गोविन्दघाट से घांघरिया तक पैदल मार्ग में बनाये जाने वाले 6 फैबरिकल रेन शेड भी पूरे नही हो पाये हैं, पैदल मार्ग में बरसात के दौरान ये रेन शेड ही यात्रियों के लिए एकमात्र सिर छुपाने का विकल्प होंगे। हुई शुरू चहल पहल: यात्रा शुरू होने से पहले ही घांघरिया व यात्रा पैदल मार्ग में चहल पहल बढ़ गई है। घांघरिया में 20 से अधिक होटल दुकानें सज चुकी हैं तो वहीं यात्रा मार्ग में भी 16 दुकान ढाबे तैयार हो गए हैं। उपजिलाधिकारी जोशीमठ एके नौटियाल कहते हैं कि वे स्वयं पैदल घांघरिया तक का निरीक्षण कर लौटे हैं, इस बार स्थानीय लागों में खासा उत्साह है। स्थानीय निवासी गिरीश चौहान, संजय चौहान, प्रताप चौहान, भरत सिंह चौहान कहते हैं कि इस बार की यात्रा को लेकर भ्यूंडार घाटी के लोग काफी आश्वस्त हैं।