हिमाचल के पांच विश्व विख्यात मंदिरों ज्वालाजी, नयनादेवी, चिंतपूर्णी सिद्धपीठ, हिमानी चामुंडा और ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ को हेली टैक्सी सेवा से जोड़ने की तैयारी चल रही है। देवभूमि हिमाचल के पांचों ऐतिहासिक मंदिरों को हेली टैक्सी सेवा से जोड़ने के लिए हिमानी चामुंडा में चौपर सेवा दे रही समिट एविएशन कंपनी के मुख्य समन्वयक जतिंद्र कौल ने बताया कि जल्द ही प्रदेश सरकार को लिखित प्रस्ताव सौंपा जाएगा।
कंपनी प्रस्ताव बनाने में लगी है। प्रस्ताव को हरी झंडी मिली तो दुनिया के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु पांचों विश्व विख्यात मंदिरों के दर्शन दो से तीन घंटों के बीच कर पाएंगे। सरकार को लिखित प्रस्ताव देने से पहले कंपनी के अधिकारी मंदिरों में हेलीपैड बनाने के लिए स्थान भी चिन्हित कर रहे हैं।
कंपनी के अधिकारियों की मानें तो उन्होंने इस प्रस्ताव के बारे में जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग के अफसरों, मंत्रियों से बातचीत की है। अफसरों और मंत्रियों ने कंपनी को लिखित में प्रस्ताव सौंपने के लिए कहा है। वर्तमान में कंपनी करीब एक माह से श्रद्धालुओं को
चामुंडा देवी से आदि हिमानी चामुंडा के लिए हेली टैक्सी सेवा से दर्शन करवा रही है। एक यात्री से करीब 4,980 रुपये आने और जाने का किराया लिया जा रहा है। दो साल से कम बच्चे का किराया कंपनी नहीं ले रही है। चौपर में करीब छह यात्री उड़ान भरते हैं।
चामुंडा मंदिर स्थित डाढ़ हेलीपैड से चौपर श्रद्धालुओं को लेकर हिमानी चामुंडा के लिए उड़ान भरेगा। यहां श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के बाद चौपर ज्वालाजी मंदिर के लिए उड़ान भरेगा। इसके बाद चिंतपूर्णी, नयनादेवी और फिर ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में श्रद्धालुओं को दर्शन कराएगा। पांचों मंदिरों का धार्मिक दौरा करीब तीन घंटे का हो सकता है। एकमुश्त किराया चार्टर की तर्ज पर लिया जाएगा।
शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने सरकार को सूचना दी है। यह मामला सरकार के विचाराधीन है। कंपनी से प्रस्ताव मिलने के बाद इस पर कोई फैसला लिया जाएगा। मुझे उम्मीद है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी।