चेन्नई। पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है। चेन्नई में पहले हथकरघा दिवस की शुरुआत पर उन्होंने कहा कि भारत कई हथकरघा उत्पादों का घर है। हमें अपने दैनिक जीवन में हथकरघा का उपयोग कर इसे बढ़ावा देना चाहिए।उन्होंने कहा कि खादी की बिक्री पिछले साल की तुलना में 60% ऊपर चली गई है। लोगों को दो अक्टूबर की याद दिलाते हुए पीएम ने कहा कि पिछले साल मैं कारीगरों के जीवन को रोशन करने के लिए खादी उत्पादों में से एक आइटम का उपयोग करने की आप लोगों से अपील की थी। उसका ही नतीजा है कि आज खादी की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। मोदी ने कहा कि हथकरघा को गरीबी से लड़ने की ताकत बन सकता है।इससे पहले तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और राज्यपाल रोसैया ने चेन्नई एयरपोर्ट पर मोदी का स्वागत किया। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर इस कार्यक्रम का आयोजन मद्रास विश्वविद्यालय के सम्मानित शताब्दी सभागृह की ओर से किया जा रहा है। आज की तारीख का चयन भारत के इतिहास में इसके विशेष महत्व के कारण किया गया है। 1905 में सात अगस्त को ही स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत की गई थी। भारत सरकार ने इसी की याद में सात अगस्त को हर वर्ष राष्ट्रीय हथकरघा के रूप में घोषित किया है।प्रथम हथकरघा दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी विशिष्ट हथकरघा शख्सियतों को वर्ष 2012, 2013 व 2014 के लिए संत कवि पुरस्कार व राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय हथकरघा ब्रांड भी लांच करेंगे।