यह एक मिथक है कि वीर्य काफी लंबे समय तक जिंदा रहते हैं। जबकि सेक्स के बाद, स्पर्म महिला के शरीर में 5 दिनों तक जीवित रह सकता है।
वैज्ञानिकों के शोध के अनुसार वीर्य में मौजूद प्रोटीन महिलाओं के ब्रेन को हॉर्मोनल सिग्नल देता है, जिसके कारण ओवरीज से एग रिलीज होता है।
एक पुरुष के शरीर में ‘पुरुष’ और ‘महिला’ दो प्रकार के स्पर्म होते हैं। महिला स्पर्म पुरुष स्पर्म से अधिक शक्तिशाली होता है, इसलिए ‘महिला’ स्पर्म से गर्भवती होने की संभावना ज्यादा होती है।
विज्ञान प्रमाणित करता है कि स्पर्म एक बेहतरीन क्लींजर हैं। स्पर्म में जिंक, विटमिन सी, कॉलेजेन, अमीनो ऐसिड जैसे तत्व होने के कारण ही नॉर्वे की एक कंपनी ने इन कंपाउंड्स के जरिए फेस क्रीम तैयार की है, जिसका नाम है स्पर्माइन।
सिगरेट, शराब, कैफीन और मोटापा होने से स्पर्म काउंट कम हो जाते हैं।
लैपटॉप, वाईफाई और मोबाइल फोन जैस उपकरण आपके स्पर्म की क्वालिटी और उत्पादन को दिन-प्रतिदिन कम करते हैं।