अपराध

हैवानियतः लड़की को बंधक बनाकर 8 दिन तक किया कुछ ऐसे काम…..

हैवानियत की हद हो गई। बदमाशों ने लड़की को जंगल में बंधक बनाकर 8 दिन तक गैंगरेप किया। खाना-पानी मांगने पर लात-घूंसों से पीटते थे। मामला हरियाणा के रोहतक में खुलकर सामने आया। वारदात पंजाब के जालंधर में अंजाम दी गई, वहीं पीड़ित लड़की लुधियाना की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, आठ दिन पहले खरावड़ पुलिस चौकी के पास से अपहरण की गई नाबालिग लड़की बदमाशों के चंगुल से किसी तरह छूटकर आ गई।
कमजोरी की वजह से जालंधर से लाते समय रास्ते में वह कई जगह बेहोश हो गई। पुलिस को उसका प्राथमिक उपचार कराना पड़ा। खरावड़ चौकी पुलिस ने मंगलवार को नाबालिग की मेडिकल जांच करवाई है। इसके बाद अदालत में 164 के तहत बयान दर्ज करवाए हैं। पुलिस एक भी बदमाश को नहीं पकड़ पाई है। जबकि लड़की ने सभी के नाम पते बता दिए हैं।
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अपहरण करके दिल्ली होते हुए पंजाब लेकर गए बदमाश

नाबालिग का अपहरण करने के बाद बदमाश उसे गाड़ी में डालकर दिल्ली ले गये थे। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने रास्ते में गाड़ी रोककर उसका मुंह बांध दिया और सीट हटाकर नीचे लेटा दिया। इसके बाद दिल्ली में एक जगह करीब दो घंटे गाड़ी रोककर शराब पी। पंजाब ले जाते समय भी आरोपियों ने कई जगहों पर गाड़ी रोकी। अगले दिन पीड़िता को पंजाब के जंगलों में ले गये।

जालंधर के जंगलों में रखकर किया गैंगरेप
पीड़िता ने पुलिस और कोर्ट के सामने आपबीती सुनाई। पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसे जालंधर के पास नकोदर के जंगलों में ले गये। यहां चार लोगों ने उसे हवस का शिकार बनाया। आठ दिनों तक आरोपी उसके साथ ऐसा ही सलूक करते रहे। जब भी उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की। धमकी दी कि जिंदा घर जाना चाहती है तो चुपचाप हमारे साथ रह। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ शैम्फू, मखन, बिल्लू और जुरी ने दुष्कर्म किया।

बदमाशों के चंगुल से निकलकर पहुंची डेरे में

आरोपियों को पता था कि रोहतक पुलिस उन तक नहीं पहुंच सकती है, क्योंकि वह न तो मोबाइल प्रयोग कर रहे थे और न अन्य किसी सोशल साइट का। पीड़िता ने कई बार आरोपियों के चंगुल से बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सकी। सोमवार दोपहर आरोपी उसे पास के गांव दाहकौरा के जंगलों में ले जा रहे थे।

इस दौरान दो ही आरोपी थे। जैसे ही वह आपस में बात करने लगे तो पीड़िता जंगलों की तरफ भाग गई। साथ ही शोर मचा दिया। करीब आधा किलोमीटर दूर पीड़िता को एक डेरा मिला। वह डेरे पर रुकी और आपबीती सुनाई। डेरे से ही रोहतक पुलिस से संपर्क किया गया। रोहतक पुलिस ने डेरे में जाकर पीड़िता को साथ लेकर आई।

कई बार बेहोश हुई, दिलवाया प्राथमिक उपचार  
पीड़िता को पंजाब से लेकर आए एसआई बलवान सिंह ने बताया कि कमजोर होने के कारण लड़की बार-बार बेहोश हो रही थी। उसे प्राथमिक उपचार दिलवाया गया, तब उसकी हालत में थोड़ा सुधार आया। वहीं, पीड़िता ने बताया कि आठ दिनों तक उसे न तो खाने के लिए कुछ दिया गया न ही पानी दिया गया। बदमाशों के खाने के बाद जो कुछ बच जाता था उसमें से ही थोड़ा बहुत दे देते थे। खाना मांगने पर बदमाश उसके मुंह पर लात घूंसे मारते थे।

लुधियाना की लड़की को अगवा करके किया गैंगरेप

पुलिस पूछताछ में पीड़िता ने बताया कि जिस दिन उसका अपहरण किया उस समय गाड़ी में 15 लोग सवार थे। पीड़िता ने पुलिस को सभी के नाम बता दिये हैं। एसआई बलवान सिंह ने बताया कि अपहरण की एफआईआर में सामूहिक दुष्कर्म की धारा शामिल कर ली गई है।

आरोपियों के नाम-पते पुलिस के पास आ चुके हैं। अब उनकी गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस की सहायता से छापेमारी की जाएगी। अभी तक आरोपियों का सुराग नहीं लगा है। कार्रवाई करने वाली टीम में एसआई बलवान सिंह सहित सिपाही रविंद्र, महिला सिपाही नीलम और सोनिया शामिल रहीं।

भाई का सिर फोड़कर किया था अपहरण

मूलरूप से पंजाब के लुधियाना के साहनेवाल के रहने वाले युवक ने पुलिस को 8 जनवरी को शिकायत दी थी। उसका कहना था कि खरावाड़ गांव में उसकी दूध की डेयरी है। बटाई पर कुछ जमीन भी ले रखी है। आठ जनवरी की रात करीब नौ बजे तबीयत खराब होने पर वह अपनी 17 वर्षीय बहन को बाइक से दवा दिलाने गया था।
वापसी में खरावड़ पुलिस चौकी से करीब 100 मीटर दूर एक गाड़ी ने उसे ओवर टेक किया। गाड़ी से 10-12 युवक उतरे और उसकी बहन को बाइक से जबरन खींचने लगे। जब उसने विरोध किया तो बदमाशों ने उसका सिर फोड़ दिया। जब वह बेहोश हो गया तो बदमाश बहन को लेकर चले गए। उस समय भी परिजनों ने शैंफू नामक युवक पर आरोप लगाया था।
आरोप था कि शैंफू नाबालिग से शादी करना चाहता है। इसके लिए वह काफी समय से दबाव बना रहा था। लेकिन परिवार ने बहन की शादी उससे करने से इनकार दिया। इसके बाद उसने साथियों के साथ मिलकर बहन का अपहरण किया।

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