हॉकी विश्व कप : ‘करो या मरो’ के मैच में कोरिया से भिड़ेगा भारत
नई दिल्ली । जूनियर हॉकी विश्व कप में मंगलवार को भारतीय टीम अपने अंतिम और सबसे अहम पूल मैच में दक्षिण कोरिया के सामने होगी। भारत को अंतिम-8 में जगह बनाने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना होगा। यही हाल कोरिया का भी है। दोनों टीमों के लिए य ‘करो या मरो’ का मुकाबला होगा।भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने सोमवार को कहा कि उनके साथी कोरिया के साथ होने वाले इस अहम मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मनप्रीत के मुताबिक रणनीति के लिहाज से भारत ने इस मैच के लिए काफी काम किया है।मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में संवाददाताओं से मुखातिब मनप्रीत ने कहा ‘‘हम अपना अंतिम पूल मैच जीतने के लिए जोरदार मेहनत कर रहे हैं। हम कोरिया को ध्यान में रखकर सभी रणनीति आजमा रहे हैं। हम हर हाल में यह मैच जीतना चाहते हैं।’’भारत ने सितम्बर में मलेशिया में आयोजित सुल्तान जोहोर कप में कोरिया को 6-1 से हराया था यह भारत के लिए मनोबल बढ़ाने वाली बात है लेकिन कप्तान मनप्रीत का कहना है कि उनकी टीम बीते आंकड़ों पर कम यकीन कर रही है क्योंकि कोरियाई टीम इन दिनों शानदार खेल दिखा रही है।कोरियाई टीम ने अपने पहले मैच में कनाडा को 7-4 से हराया था लेकिन मौजूदा उपविजेता नीदरलैंड्स के खिलाफ अच्छा खेलने के बावजूद वह 2-3 से हार गई थी। इसी तरह भारत को अपने पहले मैच में नीदरलैंड्स से 2-3 से हार मिली थी लेकिन दूसरे मैच में उसने कनाडा को 3-2 से हराकर खुद को अंतिम-8 की दौड़ में बनाए रखा।भारतीय कप्तान के मुताबिक कनाडा के साथ हुए अंतिम पूल मैच के वीडियो फुटेज के आधार पर भारतीय टीम अपनी कमजोरियों पर काम कर रही है। कप्तान ने कहा ‘‘बीते दो दिनों से हम अपनी कमजोरियों पर काम कर रहे हैं। ये कमजोरियां कनाडा के खिलाफ सामने आई थीं। हम कोरिया को किसी भी हाल में हल्के में नहीं ले सकते और इसी कारण हर कोण से अपनी तैयारी को दुरुस्त रखना चाहते हैं।’’भारतीय टीम के कोच ग्रेग क्लार्क ने भी रविवार को संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कोरिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन का आश्वासन दिया था। क्लार्क के मुताबिक भारत ने सितम्बर में मलेशिया में आयोजित सुल्तान जोहोर कप में कोरिया को 6-1 के अंतर से हराया था और अब एक बार फिर उनके खिलाड़ी कोरिया को बीते मैच की तरह का ही मजा चखाना चाहेंगे।क्लार्क ने यह भी कहा कि भारत पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है। यह अलग बात है कि भारत को अंतिम-8 दौर में पहुंचने के लिए कोरिया को हर हाल में हराना होगा। इसी तरह का समीकरण कोरिया के लिए भी है। दोनों टीमों के लिए यह करो या मरो का मैच होगा।क्लार्क ने कहा ‘‘हमारा आत्मविश्वास काफी ऊंचा है। मुझे यकीन है कि हमारे लड़के कोरिया के खिलाफ जोरदार खेल दिखाएंगे। हम इस मैच के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। यह मैच हमारे लिए जितना करो या मरो का है उतना ही कोरिया के लिए है। ऐसे में दबाव उन पर है क्योंकि पिछली भिड़ंत में हमने उन्हें 6-1 से हराया है।’’क्लार्क बोले ‘‘कोरियाई टीम ने काफी सुधार किया है और इशाका नजारा नीदरलैंड्स के खिलाफ दिखा था लेकिन मनोवैज्ञानिक तौर पर हम उन पर हावी हैं। हम वैसे यह भी मानकर चल रहे हैं कि यह विश्व कप है और यहां का हालात किसी छह देशों के टूर्नामेंट से अलग होता है। ऐसे में हम हर तरह के हालात के लिए तैयार हैं।’’