होली के लिए अलग-अलग तरह की स्टफिंग्स से तैयार करें टेस्टी गुजिया
आज हम आपके लिए लाए हैं तरह-तरह की स्टफिंग वाली गुजिया की आसान रेसिपी। तो देर किस बात की, इस होली ट्राई करें डिफरेंट स्टफिंग्स वाली टेस्टी गुजिया।
मूंग दाल की स्टफिंग
फ्राइंगपैन में 1/4 कप घी डालकर हल्का गरम करें। अब पिसी हुई मूंग दाल डालें। कलछी से लगातार चलाते हुए मूंग दाल को धीमी आंच पर सुनहार होने तक भूनें। इसे अलग रखें। अब कड़ाही में मावा भूनें। इसमें बूरा, कद्दूकस किया हुआ नारियल, कटे हुए काजू-बादाम और इलायची पाउडर डालकर सभी चीजों को मिलाएं। ठंडा हो जाने पर गुजिया पूरी में इस स्टफिंग को भरें।
गुड़ की स्टफिंग
गुड़ को बारीक-बारीक काट लें। कड़ाही में 1 टीस्पून घी डालें और गरम होने दें। अब इसमें गुड़ डालें और धीमी आंच पर गुड़ को पिघलने दें। बीच-बीच में चलाते रहें। अब गैस बंद कर दें। इसमें बारीक कटे काजू और बादाम, चिरौंजी, किशमिश और इलायची पाउडर डालकर सारी चीज़ों को एक साथ मिलाएं। इस मिक्सचर को ठंडा करके ही गुजिया की पूरी में भरें। गरम स्टफिंग से गुजिया बिगड़ जाएगी।
रवा की स्टफिंग
सूजी यानि रवा की गुजिया बना रही हैं तो भुनी हुई सूजी से डबल मात्रा मावा में मिलाएं। फिर इसमें इलायची पाउडर, कसा हुआ नारियल, किशमिश, बारीक कटा काजू, चीनी का बूरा मिलाकर स्टफिंग तैयार करें। रवा से बनी स्टफिंग गुजिया को क्रिस्प बनाती है और स्वाद में भी अच्छी लगती है। पर्वतीय इलाकों में रवा से बनी स्टफिंग से ही गुजिया बनाने का चलन है।
ड्राई फ्रूट्स स्टफिंग
ड्राई फ्रूट्स की स्टफिंग के लिए कसे नारियल में बारीक कटे बादाम, पिस्ता, काजू, थोड़े से बारीक कटे खजूर, किशमिश और जरा सी दालचीनी डालकर स्टफिंग तैयार करें।
ऐसे करें तैयारी
सामग्री
500 ग्राम मैदा, 50 मिली दूध, 125 ग्राम घी (आटा में डालने के लिए), घी या रिफाइंड तलने के लिए
विधि:- सबसे पहले घी पिघलाएं। फिर उसमें छने हुए मैदे को धीरे-धीरे डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद दूध को भी डालें। उसके बाद जरूरत के अनुसार पानी डालकर सख्त आटा गूंद लें। गूंदे हुए आटे को गीले कपड़े से ढककर कम से कम आधे घंटे के लि रखें। लोई बनाने से पहले एख बार आटा दोबारा गूंदे। इसे हल्के गीले कपड़े से ढककर रखे ताकि आटा या बनी लोइयां सूख न जाएं। इनमें मनचाही स्टफिंग भरें। अब एक-एक कर सभी गुजिया को सुनहरा होने तक फ्राई कर लें।
ताकि खराब न हो गुजिया
अच्छी गुजिया बनाने के लिए इसकी पूरी तो ध्यान से बेलें। यह न ज्यादा मोटी होनी चाहिए और न ज्यादा पतली। इसके किनारे अच्छी तरह चिपकाएं। इसके लिए गुजिया का सांचा भी सही होना चाहिए। गुजिया की पूरियों में भरावन की चीज़ें ज्यादा न डालें। ऐसा करने से तलते समय गुजिया खराब हो सकती है। इसे सेंकते समय घी तेज गरम होना चाहिए और गुजिया डालने के बाद आंच हल्की कर दें। अगर कोई गुजिया फट जाए तो उसे अलग निकाल दें। सारी गुजिया तलने के बाद ही उसे दोबारा तलें।