चंडीगढ़। हरियाणा के नगर निगमों, नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के सफाई कर्मचारी बुधवार से फिर हड़ताल पर रहेंगे। उनका ऐलान तीन दिन यानी 5 अक्तूबर तक का है, लेकिन अगर 3 दिन में उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इससे पूर्व पालिका कर्मचारी लगातार 16 दिनों तक हड़ताल कर चुके हैं। पालिका कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, महासचिव जरनैल सिंह व उपमहासचिव शिव चरण का कहना है कि निकायों के लगभग 32 हजार कर्मचारी बुधवार सुबह 7 बजे से ही हड़ताल पर चले जाएंगे। सरकार को 5 अक्तूबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है। इस अवधि में भी अगर पालिका कर्मचारी संघ के साथ हुये समझौते को लागू नहीं किया गया तो हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए कर दी जाएगी। संघ की सरकार के तीन मंत्रियों के साथ 24 मई को बैठक हुई थी और इसमें समझौता हुआ था। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार समझौते को हूबहू लागू नहीं कर रही। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लाम्बा ने कहा कि संघ, पालिका कर्मचारियों की इस हड़ताल के समर्थन में खड़ा नज़र आएगा। सरकार ने हड़ताल समाप्त कराने के लिए कैबिनेट मंत्री कविता जैन की अध्यक्षता में राज्य मंत्री कृष्ण बेदी व मनीष ग्रोवर की तीन सदस्य कमेटी बनाई थी। 24 मई की वार्ता में इन तीनों मंत्रियों ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग से सीवर, सफाई सहित फायर व अन्य तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का ठेका प्रथा समाप्त करने, ईपीएफ व ईएसआई का पैसा कर्मचारियों के खातों में जमा करने, एक्सग्रेसिया पॉलिसी बहाल करने सहित एक दर्जन मांगों पर सहमति बनी थी। पालिका कर्मचारी संघ हड़ताल करने से पहले समझौते में शामिल मंत्रियों, विभाग के प्रधान सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, सभी पालिकाओं, परिषदों के चेयरमैन वह नगर निगम के महापौर को समझौते को लागू करवाने की गुहार लगा चुके हैं।
आवश्यक सेवाएं नहीं होंगी बाधित
संघ प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि हड़ताल के दौरान आवश्यक सेवाएं बाधित नहीं होंगी। फायर सर्विस, बिजली व वाटर सप्लाई आदि सेवाएं जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि जनता को परेशान करके आंदोलन नहीं जीतना चाहते हैं। आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारी हड़ताल पर रहते हुए आपातकालीन स्थिति में सेवाएं देने का काम करेंगे।
गांधी जयंती पर प्रदेशभर में ‘सत्याग्रह’
सरकार की वादाखिलाफी और बढ़ते आंदोलनों को दबाने के लिए एस्मा जैसे काले कानून का प्रयोग करने से नाराज कर्मियों ने सभी जिलों में सत्याग्रह किए। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले कर्मचारियों ने सुबह 9 से 5 बजे तक सत्याग्रह किया। इसमें कई विभागों, बोर्ड-निगमों, विश्वविद्यालयों, पालिका, परिषदों, सहकारी समितियों, पंचायत समितियों व परियोजनाओं के कर्मचारियों ने भाग लिया। सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के कर्मचारियों की शुरू हो रही तीन दिवसीय हड़ताल का समर्थन किया गया। संघ प्रदेशाध्यक्ष धर्मबीर फौगाट, महासचिव सुभाष लांबा, उपप्रधान सबिता मलिक ने कहा कि गांधी जयंती पर कर्मचारियों ने गांधीगीरी करते हुए सत्याग्रह चलाया। अगले चरण के आंदोलन में अब कर्मचारी संघ जनसेवा के विभागों को निजीकरण से बचाने, विभिन्न विभागों में खाली पड़े लाखों पदों को स्थाई भर्ती से भरते हुए बेरोजगारों को रोजगार देने और शोषण एवं भ्रष्टाचार पर आधारित ठेका प्रथा समाप्त करवाने के लिए जनअभियान चलाएगा।