1.50 करोड़ के सोने के बिस्कुट संग फरार कारोबारी समेत दो गिरफ्तार
वाराणसी। करोड़ों रुपये के हेरफेर में वांछित व बीते 15 दिनों से लापता कारोबारी राजेश गुप्ता व उसके रिश्तेदार शुभम खंडेलवाल को भेलूपुर पुलिस ने साढ़े तीन किलो सोने के बिस्कुट व 21 लाख रुपये के साथ गुरुवार को वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया। गिरफ्तार कारोबारी का दावा था कि सोना और रुपये लेकर वह दिल्ली पहुंचाने जा रहा था। सोना कोलकाता की एक फर्म का है।
कारोबारी की गिरफ्तारी पर कई सराफा कारोबारी भी थाने पहुंचे थे लेकिन मामला काले कारोबार से जुड़ा होने के चलते कोई भी राजेश के खिलाफ मामला दर्ज कराने को तैयार नहीं हुआ। पुलिस ने कारोबारी से सोना व रुपये बरामदगी की आयकर व वाणिज्यकर विभाग को सूचना दे दी है। बरामद माल को अपना बताते हुए फिलहाल कोई कारोबारी दावा नहीं कर रहा है इसलिए पुलिस शुक्रवार को सोने के बिस्कुट व रुपये कोषागार में जमा कराएगी।
एसपी सिटी दिनेश सिंह व एडीएम सिटी वीरेंद्र पांडेय ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि सीओ भेलूपुर एपी सिंह के साथ इंस्पेक्टर भेलूपुर एएन सिंह की टीम ने बृज इंक्लेव कालोनी के पास वाहनों की चेकिंग के दौरान भेलूपुर के राजेश गुप्ता व शंकर दयाल रोड, थाना चौक प्रतापगढ़ निवासी शुभम खंडेलवाल के पास से 21 लाख रुपये व साढ़े तीन किलो ग्राम सोने के बिस्कुट जिसका मूल्य एक करोड़ पांच लाख रुपये हैं, बरामद किए।
पूछताछ में राजेश ने दावा किया कि उक्त सोना व नकद कोलकाता की फर्म काशी इम्पैक्स प्रा. लि 113 पार्क स्ट्रीट एमए बिजनेस सेंट प्राइवेट लिमिटेड कोलकाता का है। कंपनी के कर्मचारी नितेश ने उक्त सोना व रुपये दिल्ली में कंपनी के हेड आफिस पहुंचाने के लिए दिए थे। कुछ सोना व रुपये व्यक्तिगत कार्यों में खर्च हो गए थे जिसके कारण वह अब तक दिल्ली नहीं जा पाया था। इस बाबत जब पुलिस ने उससे कागजात मांगे तो वह दिखाने में असमर्थ रहा।
करोड़ों का है ये खेल
एसपी सिटी ने बताया कि राजेश के भांजे रितेश के खिलाफ कोलकाता के एक कारोबारी संजीव ने दिल्ली में करोड़ों रुपये मूल्य के सोना हड़पने के मामले में रिपोर्ट दर्ज करा रखी है। राजेश ने दिल्ली, मऊ, कानपुर समेत पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में सराफा का कारोबार करने वाले कारोबारियों का सोना हड़प कर रखा है। कारोबारियों का दबाव पड़ने पर राजेश ने पत्नी व रिश्तेदार के संग मिलकर नाटक रचा और खुद गायब हो गया। राजेश की पत्नी ने दो सप्ताह पूर्व पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस दौरान पुलिस को उसकी लोकेशन दिल्ली, जयपुर, प्रतापगढ़ व अन्य इलाकों में मिली थी।
कई कारोबारियों की जमा-पूंजी डूबी
राजेश की गिरफ्तारी के चलते वाराणसी, कोलकाता समेत पूर्वांचल के कई सराफा कारोबारियों को झटका लगा है। राजेश बीते 15 वर्षों से कमीशन पर कोलकाता, मुंबई से सोना लाने व संबंधित स्थान पर पहुंचाने का काम करता था। लंबा समय बीतने पर जब कारोबारियों का विश्वास राजेश पर हो गया, तब उसने खेल शुरू कर दिया। सूत्रों की माने तो राजेश ने लगभग आठ करोड़ रुपये की हेराफेरी की है। वाराणसी के 22 से अधिक कारोबारियों के रुपये, सोना राजेश के पास फंसे हैं।