राज्य
10 साल पहले से थीं दो बच्चियां, इस चाहत में अब हुए एक बेटी व तीन बेटे
अमृतसर: एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। दो बेटियों की मां पिछले दस सालों से एक बेटे की आस लगाकर बैठी थी, लेकिन अब उसकी गोद में तीन बेटे व एक और बेटी है। चारों बच्चों की सेहत में सुधार है, लेकिन भार कम होने के कारण सभी को स्पेशल केयर में रखा गया है। प्रीत हॉस्पिटल के डॉ. जेएस ग्रोवर ने बताया कि इस ऑपरेशन को करने में 1.30 घंटे का समय लगा और इसे पूरा करने में पांच डॉक्टरों सहित 9 व्यक्तियों का स्टॉफ था। अल्ट्रासाउंड पता चली थी ये बात…
– जानकारी के अनुसार वजीरपुर के रहने वाले अवतार सिंह और कुलदीप कौर के घर दस साल पहले दो बेटियां थी।
– परिवार ने जोर लगाया, लेकिन वह और बच्चा करने पर राजी नहीं हुए, लेकिन दस साल बाद अचानक ही उन्हें अहसास हुआ कि कुलदीप कौर गर्भवती हो गई है।
– तीन माह बाद डॉक्टर्स ने जांच के लिए अल्ट्रासाउंड करवाया, जिसके परिणाम हैरान करने वाले थे।
– तीसरे महीने में पता चल गया था कि कुलदीप कौर के गर्भ में चार बच्चे हैं, इसके बाद से ही उसकी केयर अधिक होने लगी।
– महिला का नाम 31 वर्षीय कुलदीप कौर है जो कि ब्यास के पास स्थित गांव वजीरपुर की रहने वाली है।
– बच्चों ने लेट क्राइ किया, लेकिन पेडिएट्रिक केयर के कारण उन्हें तुरंत ही रिकवर कर लिया गया। अब सभी बच्चे सेहतमंद हैं।
– जानकारी के अनुसार वजीरपुर के रहने वाले अवतार सिंह और कुलदीप कौर के घर दस साल पहले दो बेटियां थी।
– परिवार ने जोर लगाया, लेकिन वह और बच्चा करने पर राजी नहीं हुए, लेकिन दस साल बाद अचानक ही उन्हें अहसास हुआ कि कुलदीप कौर गर्भवती हो गई है।
– तीन माह बाद डॉक्टर्स ने जांच के लिए अल्ट्रासाउंड करवाया, जिसके परिणाम हैरान करने वाले थे।
– तीसरे महीने में पता चल गया था कि कुलदीप कौर के गर्भ में चार बच्चे हैं, इसके बाद से ही उसकी केयर अधिक होने लगी।
– महिला का नाम 31 वर्षीय कुलदीप कौर है जो कि ब्यास के पास स्थित गांव वजीरपुर की रहने वाली है।
– बच्चों ने लेट क्राइ किया, लेकिन पेडिएट्रिक केयर के कारण उन्हें तुरंत ही रिकवर कर लिया गया। अब सभी बच्चे सेहतमंद हैं।
सांस रुकने के कारण फस्ट एड दिया था़
– शनिवार कुलदीप के गर्भ में दर्द शुरु होते ही उसे तुरंत हॉस्पिटल लाया गया।
– रविवार सुबह ही ऑपरेशन करने का निर्णय हुआ। दो सर्जन, एक पेडिएट्रिक और एक एनेस्थेटिक्स के साथ पांच ओटी स्टाफ मौजूद थे।
– पहले बच्चे ने दोपहर 12 बजे तो आखिरी बच्चे ने दोपहर 12.51 पर जन्म लिया।
– तीसरे बच्चे का वजन 1.200 किलोग्राम था। सांस रुकने के कारण तुरंत उसे फस्ट एड दिया गया, अब उसकी सेहत में सुधार है।
– बाकी अन्य बच्चों का वजन भी 2.25 से 1.500 किलोग्राम के बीच है।
– रविवार सुबह ही ऑपरेशन करने का निर्णय हुआ। दो सर्जन, एक पेडिएट्रिक और एक एनेस्थेटिक्स के साथ पांच ओटी स्टाफ मौजूद थे।
– पहले बच्चे ने दोपहर 12 बजे तो आखिरी बच्चे ने दोपहर 12.51 पर जन्म लिया।
– तीसरे बच्चे का वजन 1.200 किलोग्राम था। सांस रुकने के कारण तुरंत उसे फस्ट एड दिया गया, अब उसकी सेहत में सुधार है।
– बाकी अन्य बच्चों का वजन भी 2.25 से 1.500 किलोग्राम के बीच है।
मेहनत करके पालूंगा बच्चों को
– पिता अवतार ने बताया कि वह एक लड़के की आस लगाकर बैठे थे, लेकिन अब उसके तीन बेटे हैं और उसके साथ-साथ तीन बेटियां हो गई हैं।
– बच्चों के होने पर परिवार में खुशी की लहर है, वह दहाड़ी कर अपना परिवार पालता है।
– चार बच्चों के कारण अब उस पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा, लेकिन पूरा परिवार अब मेहनत कर इनका जीवन संवारेगा।
– बच्चों के होने पर परिवार में खुशी की लहर है, वह दहाड़ी कर अपना परिवार पालता है।
– चार बच्चों के कारण अब उस पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा, लेकिन पूरा परिवार अब मेहनत कर इनका जीवन संवारेगा।