मंडी में बादल फटने की घटना में मरने वालों की संख्या हुई 10, पांच और शव बरामद

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या पांच शव और मिलने के बाद बढ़कर 10 हो गई है। वहीं, 34 लापता लोगों की अभी भी तलाश जारी है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को राज्य में बादल फटने की 11 घटनाएं, अचानक बाढ़ आने की चार घटनाएं और एक बड़ा भूस्खलन हुआ। इनमें से अधिकतर घटनाएं मंडी जिले में हुईं। इन घटनाओं के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। गोहर में चार, करसोग में तीन, धरमपुर में दो और मंडी के थुनाग में एक स्थान पर बादल फटने की खबर है।
अधिकारियों ने बताया कि गोहर के सियंज में दो शव और थुनाग, धार जारोल और पांडीव शील क्षेत्रों में एक-एक शव बरामद किया गया। मृतकों की पहचान अभी तक उजागर नहीं की गई है। गोहर के बाड़ा में मंगलवार को दो और तलवारा में एक व्यक्ति की मौत हुई जबकि करसोग के पुराने बाजार में एक व्यक्ति की मौत हुई। वहीं जोगिंदरनगर के नेरी-कोटला में एक शव बरामद किया गया।
भारी बारिश के बाद 282 सड़कें बंद
भारी बारिश के कारण राज्य में कुल 282 सड़कें बंद हो गईं और 1361 ट्रांसफॉर्मर तथा 639 जल योजनाएं बाधित हो गईं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, सबसे अधिक नुकसान मंडी में हुआ। जहां बुधवार सुबह तक 182 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहीं और 633 ट्रांसफॉर्मर तथा 465 जल योजनाएं प्रभावित रहीं। एसईओसी ने बताया कि इसके अलावा 24 मकान, 12 पशुशालाएं, एक पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, 30 मवेशी मारे गए, जबकि मंडी में 316 लोगों सहित कुल 370 लोगों को बचा लिया गया है और 11 अब भी फंसे हुए हैं।
कई इलाकों में रेस्क्यू जारी
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो-दो टीम, पुलिस और होमगार्ड के साथ जिले में खोज और बचाव अभियान में सक्रिय रूप से लगी हुई हैं। इस बीच, राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है। कसौली में पिछली शाम से 55 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद बग्गी में 54.8 मिलीमीटर, धरमपुर में 38.8 मिलीमीटर, मंडी में 36.8 मिलीमीटर, सराहन में 32 मिलीमीटर, सोलन में 27.4 मिलीमीटर, पंडोह में 27 मिलीमीटर, जुब्बड़हट्टी में 26.2 मिलीमीटर और शिमला में 24.2 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार से रविवार तक राज्य के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए मौसम विभाग चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके मैसेज- ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं।