लॉकडाउन के बीच 16 वर्षीय छात्रा से हुआ गैंगरेप
रांची। यहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से परेशान है वहीं लोगों के अंदर अभी भी अपराध की प्रवृत्ति नहीं जा रहा है जब कुछ समय पहले ही निर्भया काण्ड के चारों दोषियों को सरकार ने फांसी दी है फिर भी युवकों को हैसला बुलंद है वो अपनी अदतों को सुधारना नहीं चाहते है। झारखंड के दुमका में एक 16 वर्षीय छात्रा के साथ उसके दोस्त ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर गैंगरेप को अंजाम दिया। वह रातभर जंगल में बेहोश पड़ी रही।
किशोरी गोपीकांदर प्रखंड क्षेत्र की रहने वाली है। दुमका शहर के शिवपहाड़ में किराए के मकान में रहकर एसपी कॉलेज से इंटर कर रही है। लॉकडाउन के कारण कॉलेज बंद हो गया था। वाहन भी नहीं चल रहे थे। वह 24 मार्च को अपनी एक सहेली के साथ स्कूटी से निकली। सहेली गोपीकांदर के कारूडीह मोड़ के पास छोड़कर अपने घर पाकुड़ जिला की ओर चली गई।
पुलिस को दिए बयान में किशोरी ने बताया कि कारूडीह पहुंचने से पहले उसने अपने परिजनों को फोन किया था। शाम होने के बाद भी परिजन नहीं पहुंचे तो अपने एक दोस्त विक्की उर्फ प्रसन्नजीत हांसदा को फोन किया। युवक गोपीकांदर प्रखंड के दड़ंगखरौनी का रहने वाला है। वह बाइक लेकर तुरंत कारूडीह मोड़ पहुंच गया।
युवक एक दोस्त को भी लेकर पहुंचा था। तीनों एक बाइक से निकले। इस बीच विक्की ने घर जाने के रास्ते की बजाय दूसरे कच्चे रास्ते पर बाइक ले गया। किशोरी ने जब विक्की से कहा कि यह घर जाने का रास्ता नहीं है तो उसने कहा कि रास्ते पर चेकिंग चल रही है, इसलिए कच्चे रास्ते से होकर घर जा रहे हैं। कुछ दूरी पर जाकर विक्की ने सुनसान जंगल के पास बाइक को रोक दिया और कहा कि उसे शौच लगी है।
किशोरी उसके अज्ञात दोस्त के साथ काफी देर तक सुनसान जंगल में खड़ी रही। इसी बीच विक्की पहुंचा और अपने दोस्त के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म करने के बाद आठ युवक नकाब पहने पहुंचे और जान से मार देने की धमकी देते हुए गले पर चाकू लगा दिया। इसके बाद सभी युवकों ने बारी-बारी से गैंगरेप किया।
वाईएस रमेश, एसपी, दुमका का कहना है कि छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना हुई है। आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गोपीकांदर थाना की पुलिस ने किशोरी को दुमका के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया।