पिता की आत्मा आने के बाद ललित जो भी कहता था घर वाले उसी बात को मानते थे। यहां तक कि परिवार सभी सदस्य इसपर यकीन भी करते थे कि ललित के अंदर उसके पिता की आत्मा आ जाती है। रजिस्टर के अनुसार पिछले 11 साल में ललित ने पिता की आत्मा आने के बाद जो भी फैसले लिए उसकी वजह से परिवार की काफी तरक्की हुई। एक दुकान से तीन दुकान हो गईं। बताया जा रहा है कि ललित के अंदर उसके पिता की आत्मा आने के बाद उसने 24 जून से 7 दिन तक चलने वाली बड़ पूजा यानी बरगद की तपस्या करने को कहा था। यह परिवार बरगद की तपस्या करके अपने परिवार की खुशहाली की कामना करता था। यह पूजा 7 दिन से चली थी। लोग आज के जमाने में इस अंधविश्वास को देखकर हैरान पड़ें हैं।