नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर एक दादी-पोती की भावुक कर देने वाली तस्वीर खूब चर्चा में है। फोटो में एक बच्ची स्कूल ड्रेस में है, और एक बुजुर्ग महिला को पकड़कर रो रही है। यह तस्वीर जितनी भावुक करने वाली है, उससे कहीं ज्यादा तस्वीर के पीछे की कहानी है। इस तस्वीर को महिलाओं के हक की लड़ाई लड़ने वाली और समाज सेविका अनिता चौहान ने शेयर किया। क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी इसे रीट्वीट किया और फिर ट्विटर पर इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई। दिलचस्प बात यह भी है, कि यह तस्वीर 2007 की ही है। 11 साल पुराने पन्नों को पलटने पर पता चला कि दादी-पोती की यह कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है।
यह तस्वीर तब खींची गई, जब बच्ची के स्कूल ने स्टूडेंट्स के लिए एक वृद्धाश्रम का ट्रिप प्लान किया था। बच्ची इस ट्रिप के दौरान जब वृद्धाश्रम पहुंची, तो वहां उसे अपनी दादी मिल गई। वह दादी, जिसके लिए उसके माता-पिता ने उसे बताया कि वह अब किसी रिश्तेदार के यहां रहने चली गई हैं। खबर लिखे जाने तक पोस्ट को करीब 13 हजार बार रीट्वीट किया गया है। ट्विटर पोस्ट के ट्रेल में भी एक यूजर ने यह भी बताया कि यह तस्वीर और इसकी कहानी 11 साल पहले 2007 में छपी थी। सोशल मीडिया पर लोग ऐसे बेटे-बहुओं की घोर आलोचना कर रहे हैं। बूढ़े मां-बाप की जिम्मेदारी उठाने की बजाय उन्हें इस तरह अपनी सुविधा के लिए घर-परिवार से दूर कर देना वाकई शर्मनाक है।