12 साल की हो गयी, सबकी चहेती ‘चिड़िया’, आज है जन्मदिन
नई दिल्ली : ऑनलाइन न्यूज और माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर 12 साल पहले 15 जुलाई को ही लॉन्च हुई थी। ट्विटर ने दुनिया के लोगों को उनके विचार और तस्वीरें दुनिया से साझा करने का मंच प्रदान किया। ट्विटर के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोर्से ने ही इस पर पहला ट्वीट ‘जस्ट सेटिंग अप माई ट्विटर’ किया था। 12 साल बाद आज यह दुनिया में रायशुमारी का एक प्रभावी मंच साबित हो रहा है। दुनिया की खबरें पहले इस मंच पर ब्रेक होती हैं और फिर ट्रेडिशनल मीडिया में सुर्खियां बनती हैं। ट्विटर को जैक डोर्से ने अपने अमेरिकी साथियों इवान विलियम्स, बिज स्टोन और नोआ ग्लास के साथ बनाया था।
सह-संस्थापक जैक डोर्से न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में स्नातक के छात्र थे। वह ऐसी वेबसाइट बनाना चाहते थे, जिसके जरिए लोग आपस में जुड़ सकें। ट्विटर का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को में है। इसका नाम ट्विटर शब्द चिड़ियों के चहचहाने से लिया गया है। इसका नाम पहले TWTTR रखा गया था। दरअसल उस समय इंटरनेट पर twitter.com नामक डोमेन उपलब्ध नहीं था। शुरुआत में यह सेवा ओडियो नामक कंपनी के लिए शुरू की गई थी। कुछ महीने बाद डोमेन नेम उपलब्ध होने पर टीडब्ल्यूटीटीआर को ट्विटर डॉट कॉम में बदल दिया गया। पत्रकारिता यानि खबरें दुनिया के लोगों को ताजा तरीन घटनाओं से रूबरू रखने का माध्यम हैं। लेकिन ट्विटर ने पत्रकारिता का स्वरूप ही बदलकर रख दिया है। आज किसी भी माध्यम की पत्रकारिता से ज्यादा तेज घटनाओं की जानकारी ट्विटर पर पहुंचती है।
हैशटैग जर्नलिज्म शुरू करने का श्रेय भी ट्विटर को ही जाता है। ट्विटर जहां पत्रकारिता के पारंपरिक साधनों से तेज है, वहीं उनके लिए वरदान भी साबित हो रहा है। तमाम मीडिया चैनल, अखबार और वेसबाइट ट्विटर के माध्यम से ही अपने पाठकों, दर्शकों और उपयोगकर्ताओं को ताजा घटना से अवगत कराते हैं। चुनावों और खासकर मतगणना के दिन परिस्थितियां इतनी तेजी से बदलती हैं कि पत्रकारिता का कोई भी माध्यम इतनी तेजी से जानकारी मुहैया नहीं करा पाता। लेकिन ट्विटर पर पल-पल की जानकारी बहुत ही तेजी से आती है। इस साल हुए कुछ राज्यों के चुनाव हों या साल 2017 की शुरुआत में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में ट्विटर ब्रेकिंग न्यूज का प्रमुख साधन बनकर उभरा। साल 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुए चुनाव को ही ले लें। उस चुनाव में ट्विटर ब्रेकिंग न्यूज का सबसे बड़ा माध्यम बनकर उभरा। मतगणना के ही दिन रात 10 बजे तक सिर्फ एक दिन में चुनाव से संबंधित 40 मीलियन ट्वीट किए गए थे। उम्मीद की जा रही है कि साल 2019 के आम चुनाव में ट्विटर अपने सारे पिछले रिकॉर्ड तोड़ देगा।