ज्ञान भंडार
13 वर्षीय नेपाली बालिका को रखा था घरेलू नौकर बच्ची घर में फंदे पर झूलती मिली
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ जोधपुर. शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के सेवन सेक्टर में रहने वाले एक डॉक्टर दंपती की घरेलू नौकर 13 वर्षीय नेपाली बालिका गुरुवार सुबह घर के ही एक कमरे में फंदे पर झूलती मिली। पुलिस के अनुसार उसने आत्महत्या की है।
पुलिस के अनुसार मूल रूप से हनुमानगढ़ जिले में भाकरावली सांगरिया और हाल में सेवन सेक्टर के मकान नंबर 200 में रहने वाले डाॅ. गौरव भाकर और उनकी पत्नी डॉ. प्रियंका चौधरी के यहां नेपाली बालिका रंजना (13) पुत्री सतीश करीब तीन महीने से रह रही थी। डॉक्टर दंपती का यहां पावटा में सनसिटी हॉस्पिटल के पीछे फर्स्ट केयर सेंटर नाम से क्लिनिक है।
उन्होंने रंजना को अपने ढाई साल के पुत्र को खिलाने के लिए रखा था। रंजना की मां पंजाब के फाजिल्का में डॉक्टर दंपती के किसी रिश्तेदार के यहां काम करती है। उन्होंने अपने रिश्तेदार से कह कर बालिका को यहां बुलवाया था। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे डॉ. गौरव घर में ही अखबार पढ़ रहे थे, जबकि उनकी पत्नी डॉ. प्रियंका अपने पुत्र को स्कूल छोड़ने गई हुई थीं।
वे वापस घर आईं और घर में पोंछा लगाने के लिए कमरे में बाल्टी लेने गई तो रंजना खिड़की के पर्दे से बने फंदे पर झूलती मिली। पुलिस ने मौका देख एफएसएल की टीम बुलाकर रिपोर्ट तैयार की। साथ ही शव काे एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। शुक्रवार को बालिका की मां के आने पर शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। मामले की जांच एएसआई राजूराम कर रहे हैं।
14 साल से कम उम्र के बच्चों को घरेलू नौकर रखना कानूनन गलत : तापड़िया
कानून के अनुसार 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घरेलू नौकर रखना गलत है। भास्कर ने इस बारे में जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य जुगल तापड़िया से जानना चाहा तो उनका कहना था कि 14 साल से छोटे बच्चों को किसी बच्चे के साथ खेलने के लिए भी घर में रखना हो तो इसकी इजाजत बाल कल्याण समिति से लेनी होती है। वहीं ऐसे बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भी नहीं भेजते हैं तो उसे शिक्षा के अधिकार से वंचित रखना कानूनन अपराध है।
यह शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई एक्ट) का उल्लंघन है। तापड़िया के अनुसार नेपाली बालिका काे यहां लेकर आना तो मानव तस्करी की श्रेणी में आता है। पुलिस भी मान रही है कि 13 साल की बच्ची को घरेलू नौकर रखना कानूनन गलत है, अधिकारियों का कहना है कि बच्ची के परिजन चाहेंगे तो कार्रवाई कर देंगे।