अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में 13 हजार लोगों का मानना, कोरोना वैक्सीन से उनके शरीर को पहुंचा रही नुकसान

इंटरनेशनल डेस्क : दिसंबर 2020 में सामने आने के बाद कोविड- 19 वैक्सीनों ने कोरोना महामारी की तस्वीर बदल दी थी। अनुमान है कि वैक्सीनों से विश्व में 144 करोड़ से अधिक मौतों को रोका गया था। इसके मुकाबले बहुत कम लोगों को साइड इफेक्ट हुए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने पिछले एक साल में 30 से अधिक लोगों से बातचीत की है। ये लोग महसूस करते हैं कि उन्हें कोविड वैक्सीन से नुकसान हुआ है। एक दर्जन विशेषज्ञों की सोच है कि अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने उनकी शिकायतों की जांच करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं।

एस्ट्राजेनेका कंपनी ने कोर्ट में स्वीकार किया है कि भारत सहित कई देशों में लगाई गई वैक्सीन कोविशील्ड से खून के थक्के जमने जैसे साइड इफेक्ट का पता लगा है। यूरोपियन मेडिसिन्स यूनियन ने भी कोविड वैक्सीनों के साइड इफेक्ट की जानकारी दी है। वैसे 13 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन से नुकसान के लिए सरकारी फंड से हर्जाने का दावा किया है। हालांकि अब तक केवल एक दर्जन लोगों को मुआवजा मिला है। इनमें सभी लोगों को वैक्सीनों से दिल में गड़बड़ी हुई है।

कोविड वैक्सीनों के कुछ साइड इफेक्ट दुर्लभ हैं। हॉन्गकॉन्ग में शोधकर्ताओं ने पाया कि फाइजर बायोएनटेक की हर 10 लाख डोज पर लगभग सात मामलों में वायरस इंफेक्शन होने पर अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी। कोविड वैक्सीनों से हर 10 हजार टीनएजर्स में एक को दिल में खराबी की स्थिति ‘मायोकार्डिटिस’ हो सकती है। अमेरिकी फेडरल हेल्थ अधिकारियों ने वैक्सीनों के चार गंभीर साइड इफेक्ट में मायोकार्डिटिस को शामिल किया है।

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