13 छ्क्के और 40 बॉल पर सेंचुरी, एक ही मैच में ये काम सिर्फ रसेल ही कर सकता था
कल एक इंटरव्यू पढ़ रहा था. क्रिस गेल का. गेल से एक सवाल पूछा गया कि टी20 में सर्वश्रेष्ठ बैट्समैन कौन है? गेल का जवाब सोचो क्या रहा होगा. कोहली, डिविलियर्स, ऋषभ पंत वगैरह, वगैरह…जी नहीं, जवाब इनमें से कुछ नहीं था. गेल बोले –
टी20 का बादशाह स्वयं मैं हूं. कोई और नहीं. इसीलिए मुझे यूनिवर्स बॉस कहा जाता है.
चलिए बैट्समैन के मामले में ये माना जा सकता है. मगर टी20 में अगर बेस्ट ऑलराउंडर की बात आएगी तो उसमें भी सबसे पहला नाम एक कैरीबियाई खिलाड़ी का ही आएगा. आंद्रे रसेल का नाम. जिन्हें कोई शंका हो वो वेस्ट इंडीज में चल रही कैरीबियन प्रीमियर लीग के पिछले मैच में उनकी परफॉर्मेंस को देख लें. बंदे ने एक ही मैच में हैट्रिक भी ली और सेंचुरी भी जड़ दी. वो भी 40 बॉलों में.
मैच था ट्रिनबैगो नाइट राइडर्स और जमैका टल्लावाह्स के बीच. पहले बैटिंग करने उतरी ट्रिनबैगो की टीम. धाकड़ टीम. ओपनिंग आए सुनील नारायन और क्रिस लिन. नारायन हालांकि कुछ खास नहीं कर सके. मगर लिन और फिर आए मुनरो ने सुताई शुरू की. लिन ने 27 बॉलों पर 46 रन तो मुनरो ने 42 बॉलों पर 61 रन बनाए. इनके बाद आए ब्रैंडन मैकुलम के पचासे और ब्रावो के 16 गेंदों में 29 रन की मदद से टीम ने 20 ओवर में 223 रन बनाए. हालांकि बन 223 से भी ज्यादा सकते थे. मगर इसी इनिंग के आखिरी ओवर में रसेल ने हैट्रिक ले डाली. मैकुलम, ब्रावो और रामदीन के विकेट चटकाए. पर रसेल के लिए ये सिर्फ शुरुआत थी.
ट्रिनबैगो का स्कोरकार्ड(सोर्स- ईएसपीएन क्रिक इंफो)
224 के टार्गेट को चेज करने उतरी जमैका टल्लावाह्स की टीम की शुरुआत बहुत खराब रही. एक के बाद एक पांच विकेट गिर गए. टीम का स्कोर 6.1 ओवर में 41 रन पर 5 विकेट हो गया. जनता को लगा कि मैच गया. मगर फिर आंद्रे रसेल बैटिंग पर आए. उसके बाद जो मैच पलटा है, जो तुड़ैया शुरू की है इस बंदे ने कि क्या बताएं. कहां लग रहा था कि 150 न बनेंगे. मगर रसेल और उनके साथ लेविस ने जो इनिंग खेली. ये स्कोर छोटा लगने लगा. रसेल ने 40 गेंदों पर शतक जड़ दिया. 121 रन बनाए 49 बॉलों पर. इस पारी में 13 छक्के और 6 चौके लगाए. नाबाद अलग रहे. तीन गेंद रहते मैच भी जिता दिया.
जमैका का स्कोरकार्ड(सोर्स- ईएसपीएन क्रिक इंफो)
रसेल में कितनी दम है वो कम से कम भारत की जनता तो जानती ही है. आईपीएल में उनके लंबे-लंबे छक्के कौन भूल सकता है. कोलकाता नाइट राइडर्स की हार तब तक नहीं मानी जाती थी, जब तक रसेल आउट न हो जाएं. ऐसा ही कुछ रसेल अब कैरीबियन प्रीमियर लीग में कर रहे हैं. वो भी ताबड़तोड़ तरीके से.