15 गायों की मौत पर भड़के गौ सेवकों ने जताया आक्रोश
रोहतक। श्राद अमावस्या पर तला हुआ भोजन खाने से 60 गायों की तबीयत खराब हो गई और 15 गाएं तड़प-तड़प कर मर गईं। इससे गुस्साएं गौ भक्तों ने शनिवार को रोहतक गेट पर विरोध प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया। गायों की मौत के लिए जिम्मेवार लोगों पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की।
श्राद अमावश्या के अवसर पर पितृ तृप्ति के नाम पर लोगों ने गायों को तला हुआ भोजन खिलाया। इससे करीब 60 गायों की तबीयत खराब हो गई। लोगों के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये से नाराज होकर गौ भक्तों ने रोहतक गेट क्षेत्र में धरना प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया।
गौ रक्षा दल के सदस्य संजय परमार ने बताया कि लोग जागरुकता के बावजूद भी गायों को तला हुआ भोजन कराते हैं। इससे गायों की अफारा आने से मौत हो जाती है, क्योंकि तला हुआ भोजन गायों के लिए जहर के समान है। ये भोजन पेट में जाने के बाद अफारा की वजह बनता है और गाय की तड़प-तड़प कर मौत हो जाती हैं।
प्रदर्शन कर रहे गौ रक्षा दल सदस्यों की मांग है कि गायों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर गौ हत्या का केस दर्ज किया जाए। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता कदम उठाए जाएं, जिससे बेजुबान गायों की जिंदगी बचाई जा सके।
उन्होंने बताया कि हर साल करीबन दर्जनों गायों की मौत तला हुआ भोजन खिलाने की वजह से हो जाती हैं। गौ रक्षा दल के सदस्यों ने पम्फलेट लगाकर लोगों को जागरुक करने का काम कर रहे हैं। लेकिन, दकियानुसी सोच के लोग अपने पितृ तृप्ति के नाम पर गो माता की हत्या का पाप भी अपने सिर मंड लेते हैं।