15 बार परीक्षा देने के बाद जज बना किसान का बेटा
गाजियाबाद : जिले में एक किसान का बेटा अपनी कड़ी मेहनत और जज्बे के दम पर एसजेएस की परीक्षा पास कर जज बन गया है। साहिबाबाद गांव में रहने वाले 48 वर्षीय सुनील कौशिक ने बताया कि मेरे दादाजी का सपना था कि उनका पोता जज बने। दादाजी के इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने 15 साल तक लगातार एसजेएस की परीक्षा दी और आखिरकार परीक्षा पास कर जज बन गए। उन्हें मध्यप्रदेश के दमोह जिले में एडीजे के पद पर तैनाती मिली है। सुनील कौशिक ने बताया कि उन्होंने 12वीं से लेकर एमए तक की पढ़ाई शंभूदयाल इंटर एवं डिग्री कॉलेज से की। इसके बाद एलएलबी की पढ़ाई मेरठ के एनएएस डिग्री कॉलेज से की। इसके बाद गाजियाबाद स्थित कचहरी परिसर में प्रैक्टिस शुरू कर दी। सुनील ने बताया कि उनके दादा पंडित लखपत शर्मा उन्हें जज के रूप में देखना चाहते थे। ऐसे में सुनील ने एसजेएस की परीक्षा देने की तैयारी शुरू कर दी। इसके लिए उन्होंने 10 घंटे प्रतिदिन पढ़ाई करने का चार्ट बना लिया था। सुनील ने बताया कि उन्होंने 15 बार एसजेएस की परीक्षा दी। दो बार इंटरव्यू से बाहर हो गए, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। 48 वर्ष की उम्र में सुनील कौशिक ने आखिरकार यह परीक्षा पास कर ली। सुनील कौशिक की एक बेटी है। उसने भी एलएलबी की परीक्षा पास कर ली है और वह भी पीसीएसजे की तैयारी में जुटी है। सुनील ने बताया कि अगर इंसान अपना लक्ष्य तय कर ले तो किसी भी मंजिल को पा सकता है। कौशिक के जज बनने पर बार असोसिएशन के पदाधिकारियों ने उन्हें और उनके परिवार को बधाई दी है।