15 नवंबर से वापस म्यांमार भेजे जाएंगे रोहिंग्या, इसलिए भागे जा रहे हैं लोग
अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को गुरुवार से बौद्ध बहुल म्यांमार वापस भेजे जाने की योजना बना रहे हैं। ये शरणार्थी म्यांमार में उनपर हुए अत्याचार के बाद वहां से भाग निकले थे। संयुक्त राष्ट्र ने इस क्रूरता को नस्लीय सफाया नाम दिया था। समुदाय के नेताओं के मुताबिक इस संभावना ने शिविरों में रह रहे लोगों को आतंकित कर दिया और कुछ ऐसे परिवार, जिन्हें सबसे पहले वापस भेजा जाना था, वहां से फरार हो गए।
जामतोली शरणार्थी शिविर के नूर इस्लाम ने कहा, “अधिकारी शरणार्थियों को लगातार वापस जाने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं। पर इसके उलट वह भयभीत होकर दूसरे शिविरों में भाग रहे हैं।” योजना के तहत बृहस्पतिवार से करीब 2,260 रोहिंग्या मुसलमानों को दक्षिणपूर्वी कॉक्स बाजार जिले की सीमा से स्वदेश वापस भेजा जाना है।
बता दें बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या प्रवासियों को वापस म्यांमार भेजा जाएगा। उन्हें करीब एक साल पहले रखाइन प्रांत में सैन्य कार्रवाई के बाद देश से निकाल दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासियों को 15 नवंबर से वापस भेजा जाएगा। इसके लिए नए कैंप बनाए गए हैं। म्यांमार को उन रोहिंग्या परिवारों की सूची भी सौंप दी गई है जिन्हें वापस भेजा जाएगा।