16 उग्रवादियों को मारने वाली ये लेडी IPS अफसर करेगी ट्रेन ब्लास्ट की जांच
संजुक्ता पराशर… जिसका नाम सुनकर बोड़ो उग्रवादी कांपते हैं. महज एक साल में इस आईपीएस अफसर ने 16 उग्रवादियों को मार गिराया, जबकि 64 को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया. अब इस दबंग लेडी अफसर को भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट की जांच का जिम्मा सौपा गया है. बतौर एनआईए एसपी (दिल्ली) संजुक्ता पराशर ने कथित तौर पर आईएसआईएस विचारधारा से प्रभावित संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ की कमान संभाल ली है. आगे, जानेंगे संजुक्ता पराशर बहादुरी का दूसरा नाम
संजुक्ता पराशर 2006 बैच की आईपीएस अफसर हैं. संजुक्ता ने सिविल सर्विसेज में 85वीं रैंक हासिल की थी. असम उनका गृह राज्य है. इस वजह से उन्होंने मेघालय-असम कॉडर को चुना.
संजुक्ता इतनी ऊंची रैंक हासिल करने के बाद आसानी से आईएएस चुन सकती थी, लेकिन कुछ अलग करने का जज्बा रखने वाली संजुक्ता पराशर ने आईपीएस कैडर को तरजीह दी.
असम में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने बोड़ो उग्रवादियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई. इस ऑपरेशन के उन्होंने 2015 में करीब 16 आतंकियों को मार गिराया, जबकि 64 को गिरफ्तार किया.
साल 2008 में उनकी पहली पोस्टिंग माकुम में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर हुई. उसके बाद उदालगिरी में बोडो और बांग्लादेशियों के बीच हुई हिंसा को काबू करने का जिम्मा उन्हें सौंपा गया था.
संजुक्ता ने आईएएस पुरु गुप्ता से शादी की है. उनका एक बेटा है. उसकी देखरेख उनकी मां करती हैं.
संजुक्ता ने जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में पीजी और यूएस फॉरेन पॉलिसी में पीएचडी भी की है.