नई दिल्ली: आयरन लेडी के नाम से मशहूर मणिपुर की जानी-मानी मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने अपनी भूख हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया है। अफस्फा और सेना के अत्याचारों के खिलाफ पिछले 16 सालों से भूख हड़ताल पर बैंठीं इरोम शर्मिला ने भूख हड़ताल खत्म कर मणिपुर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इरोम शर्मिला ने 9 अगस्त को अपनी भूख हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने यह भी ऐलान किया कि वो मणिपुर विधानसभा का चुनाव भी लड़ेंगी। इरोम शर्मिला को आयरन लेडी के तौर पर जाना जाता है। वह पिछले 16 साल से भूख हड़ताल पर हैं। इस दौरान उन्हें कई बार गिरफ्तार किया गया और जबरन नैज़ल ट्यूब के जरिए खाना खिलाया गया।
आयरन लेडी इरोम का जन्म 14 मार्च 1972 में हुआ था। इरोम मणिपुर से आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट 1958, जिसे सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को हटाए जाने की मांग पर 2 नवंबर 2000 से वो भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने जब भूख हड़ताल की शुरुआत की थी, वे 28 साल की युवा थीं। आज वह 44 साल की हो चुकी हैं। उन्होंने असम राइफल के जवानों की मुठभेड़ में कथित तौर पर 10 नागरिकों को मार दिए जाने के खिलाफ यह शुरू किया था। इसके बाद से उन्हें नाक में नली लगाकर (नैज़ल ट्यूब) ही भोजन दिया जा रहा है।
इरोम के नाम पर अबतक दो रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं। पहला सबसे लंबी भूख हड़ताल करने और दूसरा सबसे ज्यादा बार जेल से रिहा होने का रिकॉर्ड दर्ज है। 2014 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उन्हें एमएसएन ने वूमन आइकन ऑफ इंडिया का खिताब दिया था।