17 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार
मथुरा : बांग्लादेशी घुसपैठिये भी इस बात को जानते हैं कि भारत में उनके काफी रहनुमा, काफी हमदर्द बैठे हैं जो उनके लिए अपने ही देश की सरकार के खिलाफ तनकर खड़े हो जाते हैं, इन्हीं कथित हमदर्दों से मिले सम्बल का ही नतीजा था कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा को संक्रमित करना शुरू कर दिया, लेकिन आखिरकार वह उत्तर प्रदेश की मथुरा पुलिस की पैनी नजरों से बच नहीं सके। उत्तर प्रदेश की मथुरा पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली, जब उसने श्री कृष्ण की नगरी में अवैध रूप से रह रहे 17 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को यह भी आशंका है कि जिले में और भी बांग्लादेशी नागरिक हो सकते हैं। पुलिस ने इन्हें मथुरा के थाना छाता क्षेत्र के अकबरपुर गाँव में रेलवे लाइन के पास से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में चार महिलाएं, पांच पुरुष व आठ बच्चे शामिल हैं।
पुलिस ने इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित छाता तहसील क्षेत्र में अकबरपुर गांव में रेलवे लाइन के सहारे झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे थे, इनके पास भारत में रहने के कोई भी वैध दस्तावेज नहीं मिले। दरअसल, हाल ही में एक-दो आपराधिक वारदातों में घुमंतू जाति बावरिया गिरोह के लोगों का हाथ होने की संभावना पर पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी, तभी पुलिस को खुफिया विभाग के सहयोग से अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के अकबरपुर गांव में रेलवे लाइन के किनारे अस्थायी आवास बनाकर रहने की जानकारी मिली। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने बताया कि तहकीकात में उन सभी के बांग्लादेशी नागरिक होने तथा अवैध रूप सें भारत में प्रवेश कर यहां रहने की पुष्टि होने पर गिरफ्तार कर लिया गया। वे पिछले तीन साल से यहां जमे हुए थे।