इटली में जॉब के बहाने भेज दिया लीबिया, 17 भारतीयों से लाखों की ठगी
इटली : विदेश में नौकरी का लालच देकर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। 17 भारतीयों से लाखों रुपये ऐंठे गए हैं। यहां खेला यह भी हुआ कि इटली में अच्छी जॉब दिलाने के नाम पर इन्हें लीबिया भेज दिया गया था। इतना ही नहीं, लीबिया में इन लोगों को सशस्त्र समूह ने बंधक बना लिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों से वहां पर भरपूर खाना-पानी के बिना ही जमकर काम करवाया जा रहा था। हालांकि, विदेश मंत्रालय की लगातार कोशिशों के चलते सभी को सुरक्षित निकाल कर भारत वापस लाया गया है। ये भारतीय नागरिक पंजाब और हरियाणा से हैं और वे रविवार की शाम दिल्ली पहुंचे।
सूत्रों ने बताया कि भारतीयों को लीबिया के ज्वारा शहर में सशस्त्र समूह ने बंधक बना लिया था। इससे पहले उन्हें अवैध रूप से उस देश में लाया गया था। उन्होंने बताया कि ट्यूनीशिया में भारतीय दूतावास ने मई और जून में लगातार इस मामले को लीबिया के प्रशासन के सामने उठाया था। उन्होंने बताया कि 13 जून को लीबिया प्रशासन ने भारतीय नागरिकों को बचाने में सफलता पाई, लेकिन अवैध रूप से उस देश में प्रवेश करने को लेकर उन्हें अपनी हिरासत में रखा।
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्यूनीशिया में भारतीय राजदूत और नई दिल्ली से विदेश मंत्रालय के सीनियर अधिकारियों की ओर से लगातार हस्तक्षेप किया जाता रहा। इसके चलते ही लीबिया प्रशासन ने इन्हें रिहा करने पर सहमति जताई। सूत्रों ने बताया कि लीबिया में इन भारतीय नागरिकों के रुकने के दौरान भारतीय दूतावास ने उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा। चूंकि इनके पास कोई पासपोर्ट नहीं था, ऐसे में उनकी भारत यात्रा करने के लिए उन्हें इमरजेंसी सर्टिफिकेट जारी किए गए। इसके अलावा भारत लौटने के लिए टिकटों का पेमेंट भी भारतीय दूतावास ने किया।
भारतीय दूतावास की ओर से बताया गया कि ये सभी लोग फरवरी, 2023 से लीबिया में हिरासत में थे। ये भारतीय 20 अगस्त 2023 को गल्फ एयर के विमान से सुरक्षित भारत पहुंच गए हैं। सूत्रों ने बताया कि ट्यूनीशिया में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट करके भारतीय दूतावास के इस अच्छे कार्य की सराहना की। जयशंकर ने कहा, ‘मोदी सरकार की ओर से भारतीय समुदाय कल्याण कोष को मजबूत बनाना, खास तौर पर ऐसे अवसरों के लिए उपयोगी है।’