छत्तीसगढ़

बिलासपुर में 10 घंटे तक बाढ़ में फंसे रहे 17 ग्रामीण, कड़ी मशक्कत के बाद निकाले गए बाहर

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर संभाग (Bilaspur division) में इन दिनों भारी बारिश (Heavy rain) हो रही है। बारिश से किसानों को राहत है तो कईयों के लिए आफत भी बन जा रही है। कोरबा जिले में रविवार की शाम हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मूसलाधार बारिश से कहीं बाढ़ जैसे हालात (Flood like conditions) पैदा हो गए हैं तो कहीं हादसे की स्थिति बन गई है। पाली ब्लॉक के ग्राम ढुकुपथरा और पोंडी के लब्दापारा में खेती करने गए 17 ग्रामीण अचानक बाढ़ के पानी में फंस गए। हालात इतने गंभीर हो गए कि जान पर बन आई। ग्रामीण घंटों अपनी जान बचाने जद्दोजहद करते रहे, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। आखिरकार 10 घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें बाढ़ से बाहर निकाल लिया गया।

छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश का रेट, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई है। खासकर उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी बारिश हो रही है। खेती किसानी करने गए पाली ब्लॉक के ग्राम ढुकुपथरा और लब्दापारा के 17 ग्रामीण भारी बारिश से आई बाढ़ में फंस गए। इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देशन में राजस्व विभाग, थाना पाली, जिला आपदा प्रबंधन, नगर सेना कोरबा और राज्य आपदा प्रतिक्रिया टीम बिलासपुर की संयुक्त टीम ने रविवार रात को ही रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया।

10 घंटे तक मौत का करते रहे सामना
कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया कि लगातार भारी बारिश, अंधकार और तेज बहाव के बावजूद हमारी टीम ने हिम्मत नहीं हारी। आखिरकार लगभग 10 घंटे के संघर्ष के बाद सोमवार तड़के 4 बजे सभी 17 लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। ग्रामीणों को सुरक्षित देख हर किसी की आंखों में राहत थी। अपनों के आने के बाद बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के चेहरों पर सुकून देखने को मिला। जिला शासन के प्रति आभार सभी के चेहरे पर साफ नजर आ रहा था। बाढ़ के बीच 10 घंटे तक मौत का सामना कर लौटे ग्रामीणों ने बताया कि जिला प्रशासन की तत्परता ने उन्हें आज नया जीवन दिया है। पानी के तेज बहाव में ऐसा लग रहा था कि अब नहीं बचेंगे।

जिला प्रशासन की चेतावनी के बाद भी अनदेखी
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग संभाग के कोरबा जिले में पिछले 24 घंटों में 260 मिमी बारिश हुई है। लगातार बारिश का दौर अब भी जारी है। जिला प्रशासन ने पहले ही भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी जारी की थी, जिसे मीडिया, मुनादी और अन्य माध्यमों से प्रचारित किया गया था। बावजूद इसके ग्रामीण नदी से लगे तटीय क्षेत्रों की ओर गए, जिससे यह संकट पैदा हुआ। जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वालों से अपील की है कि सुरक्षित स्थानों में चले जाएं। लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं।

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