ज्योतिष : इस वर्ष यानि 2021 में 18 जून को पड़ रही है महेश नवमी। यह पर्व विशेष रूप से माहेश्वरी समाज द्वारा मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार माहेश्वरी समाज के पूर्वजों को किसी कारण से ऋषियों ने श्राप दे दिया था। इसके बाद भगवान शंकर ने उन्हें इसी दिन श्राप से मुक्त किया व अपना नाम भी दिया। भगवान शंकर की आज्ञा से ही इस समाज के पूर्वजों ने क्षत्रिय कर्म छोड़कर वैश्य या व्यापारिक कार्य को अपनाया। वैसे तो महेश नवमी का पर्व सभी हिंदू मनाते हैं, लेकिन माहेश्वरी समाज द्वारा इस पर्व को काफी भव्य रूप में मनाया जाता है।
हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को “महेश नवमी” का उत्सव मनाया जाता है। माहेश्वरी समाज की वंशोत्पत्ति युधिष्ठिर संवत 9 के ज्येष्ठ शुक्ल नवमी को हुई थी, तबसे माहेश्वरी समाज हर वर्ष की ज्येष्ठ शुक्ल नवमी को “महेश नवमी” के नाम से माहेश्वरी वंशोत्पत्ति दिन के रूप में मनाता है।
नवमी तिथि शुरू : 18 जून 2021 को शाम 8:35 बजे से
नवमी तिथि समाप्त : 19 जून 2021 को शाम 6:45 बजे तक