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19 मई को जेईई एडवांस परीक्षा, जानिए कैसे बनेगी मैरिट

जेईई मेंस-1 परीक्षा की तारीक और शिफ्ट के बारे में एनटीए ने सूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही जेईई एडवांस परीक्षा की तारीख का भी ऐलान हो गया है। 19 मई 2019 को जेईई एडंवास परीक्षा होगी। इस बार आईआईटी रूड़की परीक्षा का आयोजन करवाएगा। इसके लिए जेईई एडवांस्ड की ऑफिशियल साइट www.jeeadv.ac.in पर एग्जाम का शेड्यूल जारी किया गया है। शेड्यूल के मुताबिक JEE Main परीक्षा 6 जनवरी से 20 जनवरी के बीच आयोजित होगी। NTA जनवरी की परीक्षा के लिए 17 दिसंबर को JEE Main Admit Card जारी करेगी। JEE Main प्रवेश पत्र 201 9 केवल ऑनलाइन मोड में उपलब्ध होगा। एडंवास परीक्षा 19 मई को होगी। पहला पेपर सुबह नौ बजे से 12 बजे के बीच होगा। जबकि दूसरा पेपर 2 बजे से 5 बजे तक होगा। एडवांस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया जेईई मेंस का रिजल्ट आने के बाद शुरू होगी। एडवांस परीक्षा में वही छात्र बैठेंगे जो जेईई मेंस की परीक्षा क्लीयर करेंगे। पिछले साल से ये परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होती है। देशभर के आईआईटी कॉलेजों में एडमिशन के लिए इस परीक्षा को पास करना अनिवार्य है। बिना इस परीक्षा को पास किए IIT कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल सकता है। JEE मेन्स और एडवांस पेपर क्लियर करने वाले छात्रों को IIT, NITs और IIITs के BTech, BE और BArch कोर्स में दाखिला मिलेगा। इसके लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करनी होगी। क्योंकि परीक्षा कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है।

पर्सेंटाइल क्या है ?

अब हम आपको बताते हैं मैरिट कैसे बनती है। परसेंटेज और पर्सेंटाइल में क्या अंतर है। सबसे पहले बात परसेंटेज की जैसा की आप सभी जानते है। परसेंटेज क्या होता है, और इसका कैलकुलेशन कैसे किया जाता है। परसेंटेज का मतलब होता है। आपको 100में से कितने नंबर मिले। परसेंटेज और पर्सेंटाइल में काफी अंतर होता है। और पर्सेंटाइल के हिसाब से ही मैरिट बनती है। तो चलिए आपको बताते हैं पर्सेंटाइल क्या है। पर्सेंटाइल का मतलब होता है कितने छात्र आपसे नीचे है। यानि सीधी भाषा में कहें तो, आपको कितने छात्रों से ज्यादा नंबर मिले। जैसे आपका पर्सेंटाइल 80 फीसदी है तो इसका मतलब हुआ कि आपने 80 फीसदी उम्मीदवारों से ज्यादा मार्क्स हासिल किए हैं।

ऐसे निकाला जाता है पर्सेंटाइल
फार्मूला- 100x किसी ग्रुप में सबसे ज्यादा मार्क्स लाने वाले छात्रों से कम अंक लाने वाले छात्रों की कुल संख्या / ग्रुप के कुल कैंडिडेट्स की संख्या

उदारहण- मान लिया जाए 1000 छात्रों ने कोई परीक्षा दी। और X ने परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक हासिल किए और 800 छात्रों का स्कोर उससे कम है। तो उसका पर्सेंटाइल स्कोर इस तरह निकालेंगे

100 x कम स्कोर करने वाले छात्रा/ टोटल छात्र

उदारहण-
अगर किसी उम्मीदवार ने बोर्ड परीक्षा में 95 मार्क्स हासिल किये और 2020 उम्मीदवारों का स्कोर उससे कम है, और कुल छात्रों की संख्या 2500 हजार थी

100X2020
3000
यानि 100 x 2020 = 80.8
2500

कैसे बनेगी रैंकिंग ?
जेईई मेंस में छात्रों की रैंकिंग के लिए NTA स्कोर का सहारा लिया जाएगा। स्कोर सभी चरणों में पर्सेंटाइल स्कोर को जोड़कर निकाला जाएगा। पहले सभी सेशन का अलग-अलग पर्सेंटाइल निकाला जाएगा। फिर उन पर्सेंटाइल स्कोर को एक साथ मिलाकर ओवरऑल मेरिट और रैंकिंग तैयार की जाएंगी।
2018 में 1.55 लाख छात्रों ने जेईई एडवांस की परीक्षा दी थी, जिसमें 18138 उम्मीदवारों ने पास हुए थे।

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