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19 मीट्रिक टन आलू बेचकर इस किसान को हुआ सिर्फ 490 रुपये कमाया मुनाफा

चाहे विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा… समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अपनी रैलियों की शुरुआत आगरा से करती हैं. दोनों पार्टियां आगरा को लकी मानती हैं. सपा और बसपा की तरह अब भारतीय जनता पार्टी भी आगरा के लक से अपने चुनाव की शुरुआत करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को आगरा में रैली को संबोधित करके लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे.

19 मीट्रिक टन आलू बेचकर इस किसान को हुआ सिर्फ 490 रुपये कमाया मुनाफा बता दें, सपा आगरा के बीएसएनएल स्टेडियम को भाग्यशाली मानती है. वहीं, बसपा और भाजपा अपनी रैली के लिए कोठी मीना बाजार मैदान चुनती है. आमतौर पर बसपा सुप्रीमो मायावती शहर में अपनी पहली चुनाव रैली करती हैं. इस बार पीएम नरेंद्र मोदी भी आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान से अपनी चुनावी रैली करेंगे. 2016 के बाद यह मोदी की पहली रैली होगी. इससे पहले मोदी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान यहां रैली को संबोधित किया था. 2016 से पहले 2013 में मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए यहां पर रैली की थी.

लोगों को आश्वासन दे सकते हैं मोदी

हालांकि, लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है, लेकिन यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी ब्रज क्षेत्र के लिए कुछ विशेष ऐलान कर सकते हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना ​​है कि मोदी आगरा के लिए कोई नई घोषणा नहीं करेंगे और लोगों को आश्वासन देंगे कि स्वच्छ पानी, बेहतर सड़कें, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और स्टेडियम सहित आगरा के लिए उन्होंने जो घोषणाएं की हैं, वे जल्द ही पूरी हो जाएंगी.

वादे न पूरा होने से नाराज हैं आगरावासी

अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुद्दे पर केंद्र सरकार के लचर रवैये के खिलाफ अभियान चला रहे हैं आगरा सिविल सोसाइटी के सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि सिविल सोसाइटी प्रधानमंत्री को उन सभी अधूरे वादों को याद दिलाएगी, जो उन्होंने आगरा के लोगों से किए थे. वह 2013 में पहली बार वोट मांगने आए थे. सिविल सोसायटी पीएम मोदी को एक ज्ञापन भी सौंपेगी.

सीएम योगी लेंगे तैयारियां का जायजा

बता दें, 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने आगरा की जनता से कई वादे किए थे, लेकिन साढ़े चार साल बाद यह योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पाई हैं. इस कारण आगरा और उसके आस-पास के लोकसभा सीटों पर गहरा असंतोष है. पीएम मोदी अपनी रैली के जरिए इस असंतोष को दूर करने की कोशिश करेंगे. माना जा रहा है कि मोदी की इस रैली में लाखों की संख्या में लोग मौजूद रहेंगे. प्रशासन तैयारियों में लग गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद 4 जनवरी को रैली की तैयारियों का जायजा लेंगे.

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