पंजाब के 19 जिले अभी भी बाढ़ प्रभावित, तबाह हुए 377 घर.. इतने लोगों की मौत
चंडीगढ़: राज्य में बाढ़ के कारण पैदा हुई स्थिति को कंट्रोल करने और कीमती मानवीय जान तथा जायदाद को बचाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार सारी सरकारी मशीनरी 24 घंटे काम कर रही है, ताकि शीघ्र जन-जीवन को फिर ठीक किया जा सके।
अब तक 27286 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। पटियाला में 14296, रूपनगर में 2200, मोगा में 250, लुधियाना में 300, एस.ए.एस. नगर में 1400, एस.बी.एस. नगर में 200, फतेहगढ़ साहिब में 600, तरनतारन में 241, जालंधर में 670, कपूरथला में 380, फिरोजपुर में 5400, संगरूर में 263, फाजिल्का में 17 और मानसा जिले में 1069 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 26 जुलाई को सुबह 8 बजे तक राज्य के 1472 गांव बाढ़ से प्रभावित रहे हैं। राज्य में कुल 159 राहत कैंप चल रहे हैं, जिनमें 1478 लोग रह रहे हैं। मौजूदा समय तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर, कपूरथला, पटियाला, मोगा, लुधियाना, एस.ए.एस. नगर, जालंधर, संगरूर, एस.बी.एस. नगर, फाजिल्का, गुरदासपुर, मानसा, पठानकोट और बठिंडा सहित 19 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
राज्य में बाढ़ के कारण कुल 42 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें रूपनगर में 3, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर और एस.बी.एस. नगर में 2 -2, एस.ए.एस. नगर में 8, फरीदकोट और जालंधर में 3-3, पटियाला में 10, संगरूर में 4 फिरोजपुर, मोगा, फाजिल्का, बठिंडा और लुधियाना में 1-1 व्यक्ति शामिल है। बाढ़ के कारण 19 व्यक्ति घायल हुए हैं। इसके अलावा बाढ़ के कारण 377 घर पूरी तरह/ ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 770 घर आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं।