1975 के बाद अमेरिका के हवाई में सबसे तेज भूकम्प, 14 हज़ार घरों में बिजली गुल
होनोलुलु : अमेरिका के हवाई में रिक्टर पैमाने पर 6.9 तीव्रता के भूकम्प के झटके महसूस किए गए, जिसके बाद स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकम्प के झटके शुक्रवार को दोपहर 12.32 बजे लेलानी एस्टेट्स के 16 किलोमीटर दक्षिणपश्चिम में महसूस किए गए। दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाउए के फटने के बाद से देश में 110 से अधिक भूकम्प आ चुके हैं। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के भूवैज्ञानिक जैना पर्सले ने कहा कि गुरुवार दोपहर से यहां 119 भूकम्प आ चुके हैं। यूएसजीएस का कहना है कि शुक्रवार को आया 6.9 तीव्रता का भूंकप 1975 के बाद से सबसे शक्तिशाली भूकम्प था। भूकम्प के तुरंत बाद लगभग 14 हज़ार घरों में बिजली गुल हो गई। सार्वजनिक सुरक्षा प्रशासक तालमेज मागनो ने शुक्रवार दोपहर संवाददाताओं को बताया कि स्थिति बेहतर नहीं हो रही। हवाई काउंटी के मेयर हैरी किम का कहना है कि सरकार सभी नागरिकों की मदद करेगी, इसमें वे लोग भी शामिल हैं, जो कुछ सामान लाने के लिए अपने घर जाना चाहते हैं। दुनिया के एक सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाएवा में हवाई के सबसे बड़े द्वीप के आवासीय क्षेत्र के पास विस्फोट होने से क्षेत्र के करीब 1 हजार 700 लोगों को इलाके को छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार (2 मई) को ज्वालामुखी विस्फोट से लीलानी एस्टेट प्रभावित हुआ है और हवाई काउंटी सिविल डिफेंस ने निवासियों व साथ ही साथ लानीपुना गार्डेंस के लोगों से स्थानीय समुदायिक केंद्र में शरण लेने को कहा है।एक निवासी ने कहा कि सड़क पर लावा पूरी तरह से फैला था और उन्हें सल्फर व जले पेड़ों की गंध आ रही थी। भूकंप से 14 हजार घरों में बिजली गुल है।