कर्नाटक में मिले ओमिक्रॉन वैरिएंट के 2 केस, अब तक 29 देशों में 373 मामले
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है। कर्नाटक में दो मरीजों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। दोनों ही संक्रमित मरीज द. अफ्रीका से आए थे। जॉइंट हेल्थ सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए इन मरीजों में मामलों की पुष्टि हुई है। संक्रमित पाए गए मरीजों में से एक की उम्र 64 साल है, जबकि एक शख्स की उम्र 46 साल है। केंद्रीय संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि जिन दो लोगों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है, दोनों ही कर्नाटक के रहने वाले हैं। इन दोनों ही मरीजों में मामूली लक्षण ही पाए गए हैं और उन्हें क्वारेंटाइन में रखा गया है।
उन्होंने कहा कि अब तक दुनिया भर के 29 देशों में 373 ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं। अमेरिका, इजरायल, जापान जैसे बड़े देश इस लिस्ट में शामिल हैं। अब भारत भी इसमें शामिल हो गया है। बीते कई दिनों से भारत में इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही थी और एयरपोर्ट पर सघन जांच हो रही थी। स्वास्थ्य सचिव ने कहा, ‘फिलहाल दुनिया भर में कोरोना के केसों में एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है।
अकेले यूरोप में बीते एक सप्ताह में दुनिया भर के 70 फीसदी केस पाए गए हैं।’ उन्होंने कहा कि 28 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में यूरोप में 2.75 लाख नए कोरोना केस मिले हैं। इसके अलावा 31 हजार लोगों की मौत दर्ज की गई है। दरअसल ओमिक्रॉन वैरिएंट के इतर भी यूरोप के देशों के अलावा रूस आदि में भी कोरोना के नए केसों में तेजी देखने को मिल रही थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 29 देशों में अब तक ओमीक्रॉन के 373 मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हवाले से बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट, कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की तुलना में 5 गुना ज्यादा खतरनाक है और इसके तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है। इसी वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में रखा है। लव अग्रवाल ने कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में जानकारी बहुत कम है, इसलिए इस वैरिएंट से हमें कितना नुकसान हो सकता है, अभी इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन इस वायरस के म्यूटेशन को देखकर यह कहा जा सकता है कि यह वायरस बहुत संक्रामक है।