रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में दो किशोरियों ने महामाया मंदिर में शादी कर लेने का दावा कर साथ जीने-मरने की इच्छा जताई है। एक किशोरी ने युवक का वेश धारण कर लिया है तो दूसरी ने मांग में सिंदूर लगाना शुरू कर दिया है। परिजन जब दोनों को समझाने में नाकाम रहे तब मदद के लिए थाना पहुंचे। एक किशोरी जयनगर थाना क्षेत्र के तेलाईकछार की है तो दूसरी गांधीनगर थाना क्षेत्र के अंबिकापुर की रहने वाली है। पुलिस ने बताया कि परिजन दोनों किशोरियों को लेकर सूरजपुर थाने में शुक्रवार को पहुंचे। दोनों किशोरियों ने एक-दूसरे से प्यार करने और मां महामाया मंदिर में शादी करने का दावा किया। उन्होंने बताया कि दोनों की मुलाकात एक रिश्तेदार के यहां हुई थी तभी से दोनों एक-दूसरे से प्रेम करने लगीं। उन्होंने 12 दिन पूर्व मंदिर में विवाह कर लिया। एक किशोरी ने युवक का वेश धारण कर लिया है तो दूसरी ने मांग में सिंदूर लगाना शुरू कर दिया है। पुलिस ने जब पूछताछ की तो दोनों ने एक-दूसरे को पति-पत्नी बताया। दोनों ने कहा कि वे लगभग डेढ़ साल से साथ रह रही हैं। सूरजपुर के एसपी एस.एस. सोरी ने यह मामला महिला बाल विकास विभाग को सौंप दिया है। जिला महिला बाल विकास अधिकारी निशा मिश्रा ने बताया कि उनका विभाग एक लड़की को नारी निकेतन भेज रहा है और एक को मां के सुपुर्द किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों की काउंसलिंग भी कराई जाएगी। दोनों अभी नाबालिग हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव के मुताबिक दो किशोरियों का एक साथ रहना गैर-कानूनी नहीं है लेकिन उनकी शादी को कानूनी मान्यता नहीं दी जा सकती। व्यवहारिक रूप से उनके खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई भी नहीं की जा सकती। दोनों के बीच शारीरिक संबंध होने की बात प्रमाणित होने पर ही कोई कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने बताया कि संविधान दो बालिगों को एकसाथ रहने की इजाजत देता है। नाबालिग होने की स्थिति में ही उन्हें अभिभावक के सुपुर्द ही किया जा सकता है।