रामदेव ने कहा कि ये राजनीतिक और राष्ट्रीय मुद्दा है। लेकिन भारतीय परंपरा में जब जनसंख्या कम थी तो ज्यादा बच्चे पैदा करने की बात की गई, 10 बच्चे तक पैदा करने की बात हुई है। उन्होंने कहा कि जिनका सामर्थ्य हो, जरूरत हो वो कर लें, लेकिन एक-दो बच्चा हमको भी दे देना।
नई दिल्ली: योगगुरू स्वामी रामदेव ने कहा है कि इस देश में जो हमारी तरह विवाह न करें, उनका विशेष सम्मान होना चाहिए। साथ ही जो विवाह करें और 2 से ज्यादा बच्चे पैदा करें उनको वोटिंग राइट भी नहीं मिलना चाहिए। स्वामी रामदेव ने रविवार को हरिद्वार में यह बयान दिया है। रामदेव ने कहा कि ये राजनीतिक और राष्ट्रीय मुद्दा है। लेकिन भारतीय परंपरा में जब जनसंख्या कम थी तो ज्यादा बच्चे पैदा करने की बात की गई, 10 बच्चे तक पैदा करने की बात हुई है। उन्होंने कहा कि जिनका सामर्थ्य हो, जरूरत हो वो कर लें, लेकिन एक-दो बच्चा हमको भी दे देना। रामदेव ने कहा कि जब आबादी सवा सौ करोड़ हो चुकी है, भले ही वोट के जरिए हम राजनीतिक नेतृत्व चुनते हैं।
लेकिन एक विवेकशील पुरुष या महिला हो, कोई जागृत आत्मा हो तो वो हजारों, लाखों, करोड़ों पर भारी पड़ती है। स्वामी रामदेव खुद अविवाहित हैं और विवाह को लेकर वो इससे पहले भी बयान दे चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने था कि उनकी सफलता और खुशहाली की वजह उनका अविवाहित होना है। उन्होंने कहा कि खुश रहने के लिए पत्नी और बच्चों की जरूरत नहीं होती, आप उनके बगैर भी खुश रह सकते हैं, जिस तरीके से मैं हमेशा खुश रहता हूं। योगगुरु रामदेव का पतंजलि योगपीठ सैकड़ों संन्यासियों को दीक्षा दे चुके है।
रामनवमी के मौके पर संन्यासियों को दीक्षा देते हुए रामदेव ने कहा था कि संत बनने और स्वयं को राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित करने से ज्यादा आनंददायक कुछ और नहीं हो सकता। इस मौके पर उन्होंने संन्यासी बन गए अपने शिष्यों के परिवारों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने अपने बच्चों को राष्ट्र सेवा के पुनीत कार्य के लिए समर्पित कर दिया। हरिद्वार स्थित पतंजलि के आश्रम में ‘ज्ञानकुंभ’ कार्यक्रम आयोजित किया गया है। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर से शिक्षाविद् आए हुए हैं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हरिद्वार पहुंचे हैं।