200 माउथऑर्गन प्लेयर्स ने बनाया ‘मोस्ट मेलोडियस वर्ल्ड रिकॉर्ड’
इंदौर। शहर के विजय नगर स्थित सजनप्रभा परिसर में रविवार सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर 200 माउथऑर्गन प्लेयर्स ने गीत है दिल अपना तो आवारा बजाना शुरू किया। करीब 3 मिनट 50 सेकंड तक वे इसे बजाते रहे और वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया।
‘गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के नेशनल हेड मनीष विश्नोई ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने की घोषणा की समूचा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट और हिप-हिप-हुर्रे से गूंज उठा। देश भर से आए माउथऑर्गन प्लेयर्स ने एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दी।
श्री विश्नोई ने कहा कि पिछले कुछ सालों से मैं कई वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का साक्षी रहा हूं मगर ऐसा सुरीला रिकॉर्ड मेरे सामने पहली बार बना है। मुझे ये कहने में कोई संकोच नहीं है कि ये मेरी लाइफ का ‘मोस्ट मेलोडियस वर्ल्ड रिकॉर्ड’ है। ‘हारमोनिका क्लब ऑफ इंदौर’ के पदाधिकारियों फिलहाल 200 प्लेयर्स का प्रोवीजनल सर्टिफिकेट दिया गया है।
इनमें 6 से 76 पूरे कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर 8 अक्टूबर को फाइनल सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसमें प्लेयर्स की संख्या में 2 से 3 प्रतिशत का मामूली बदलाव संभव है। मगर इतना तय है कि इंदौर के खाते में एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हो चुका है।
रिकॉर्ड बनाने से पहले सभी पार्टिसिपेंट्स ने करीब 12 मिनट तक एक के बाद एक 10 सदाबहार गीत एक साथ बजाए। इनमें ‘आ चल के तुझे मैं ले के चलूं, याद किया दिल ने कहां हो तुम, गोरे-गोरे ओ बांके छोरे, लाखों हैं निगाह में, लकड़ी की काठी, जाने कहां मेरा जिगर गया जी, ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे, नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए, इक दिन बिक जाएगा माटी के मोल” जैसे अनमोल गीत शामिल थे। कार्यक्रम में श्री विश्नोई के अलावा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रीजनल हेड डॉ. सुधीर खेतावत और रजत कुमार भी मौजूद थे।