फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित नोट्रे डेम कैथेड्रल चर्च में सोमवार की रात भयानक आग लग गई और आग की गर्मी से चर्च की छत टूट गई. बता दें, नोट्रे डेम कैथेड्रल चर्च पेरिस के मशहूर और प्राचीन कैथेड्रल में से एक है. इस चर्च का निर्माण करीब 850 साल पहले किया गया था. इस चर्च की नक्काशी और कलाकारी आश्चर्य में डालने वाली है. आइए जानते हैं इस चर्च के बारे में…
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, नोट्रे डेम कैथेड्रल चर्च पेरिस की मशहूर जगहों में से एक है. सालभर के दौरान इस चर्च में करीब 13 मिलियन लोग पहुंचते हैं. नोट्रे डेम कैथेड्रल चर्च को यूनेस्को ने साल 1991 में वर्ल्ड हेरिटेज घोषित किया था.
नोट्रे डेम कैथेड्रल चर्च पेरिस के Île de la Cité नाम के एक छोटे से आईलैंड पर बना है. इस चर्च को बनने में करीब 200 साल का वक्त लगा था. रिपोर्ट के मुताबिक, यह चर्च साल 1163 में King Louis VII के समय में बनना शुरू हुआ था और साल 1345 में यह बनकर तैयार हुआ था.
इस चर्च की ऊंचाई 69 मीटर है, जिसके शिखर तक पहुंचने के लिए 387 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. इस चर्च को मिडिवल गोथिक आर्किटेक्चर का गहना माना जाता है. इस चर्च की दीवारों पर नक्काशी की अद्भुत कलाकारी की गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, नोट्रे डेम कैथेड्रल में ही साल 1804 में नेपोलियन बोनापार्ट का राजतिलक हुआ था. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1790 में फ्रेंच रिवोल्यूशन के समय में इसकी देखभाल में काफी लापरवाही की गई, जिस कारण चर्च की इमारत में दरारें पड़ने लगी थीं. साल 1831 में Victor Hugo’s ने अपने नॉवेल ‘नोट्रे डेम ऑफ पेरिस’ के जरिए लोगों को चर्च की खराब हालत के बारे में जानकारी दी थी.
साल 2017 न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा था कि कैथेड्रल को मेकओवर की सख्त जरूरत है. समय और मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से चर्च की इमारत में दरारें पड़ने लगी हैं. इसके बाद से चर्च में काफी समय से रिनोवेशन का काम चल रहा था
बता दें, नोट्रे डेम कैथेड्रल की मरम्मत के लिए लगभग 180 मिलियन डॉलर रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था. लेकिन रिनोवेशन पूरी होने से पहले ही कैथेड्रल आग की चपेट में आ गया.
बता दें, कैथेड्रल में सोमवार शाम को आग लगते ही देखते ही देखते पूरी इमारत में फैल गई. इस घटना पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत दुनिया के कई नेताओं ने गहरा दुख प्रकट किया है. राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रां ने एक बेहद भावुक संदेश में कहा कि हमारे वजूद के एक हिस्से को जलता हुआ देखकर उन्हें बेहद तकलीफ हो रही है.