बीजापुर के नए कैंप पर 200 नक्सलियों ने किया हमला, सुरक्षा बलों ने दिया मुंहतोड़ जवाब
बीजापुर। सुरक्षा बलों (Security forces) के हाथों लगातार मात खा रहे नक्सली बौखलाहट (Naxalite panic) में आ गए हैं। जीड़पल्ली-2 (Jeedapalli-2) में दो दिन पहले खोले गए नए कैंप में गुरुवार रात दो सौ नक्सलियों (Two hundred Naxalites) ने हमला बोल दिया, लेकिन सतर्क जवानों ने इसे नाकाम कर दिया। इस दौरान दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए।
चार घंटे तक गोलीबारी चली
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर जिले के जीड़पल्ली-2 में दो दिन पहले ही सुरक्षा कैंप खोला गया है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव (Superintendent of Police Jitendra Yadav) वहां मौजूद थे। गुरुवार की रात 200 नक्सलियों ने हमला कर दिया। नक्सलियों ने बैरेल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) व अत्याधुनिक हथियारों से कैंप पर चार घंटे तक गोलीबारी की। पुलिस अधीक्षक की अगुआई में जवानों ने नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके बाद नक्सली वहां से भाग गए। नक्सल विरोधी अभियान को गति देते हुए यहां एक पखवाड़े में तीन कैंप खोले जा चुके हैं।
नक्सलियों से अपील है कि वे आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट आएं
बीजीएल फटने से निकले छर्रे से डीआरजी के दो जवान गजेंद्र सिंह व कृष्णा मामूली रूप से घायल हो गए। कैंप में उनका प्राथमिक उपचार किया गया। बस्तर के आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि विगत एक वर्ष में सुरक्षा बल के अभियानों से नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचा है। उनके विरुद्ध अभियान थमेगा नहीं। नक्सलियों से अपील है कि वे आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट आएं।
पांच इनामी नक्सलियों का समर्पण
पांच इनामी नक्सलियों ने शुक्रवार को समर्पण कर दिया। संतू कोड़मे पर तीन लाख व पायकू पूनेम, गुडडू हपका, सोमारू माड़वी व भीमा कुतुल पर दो-दो लाख का इनाम था। इन पर कई घटनाओं में शामिल होने के आरोप है। जिले में इस वर्ष अब तक 189 नक्सलियों ने समर्पण किया है। 473 नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उधर, कांकेर जिले में काकनार, कुरकुंज के जंगल में गुरुवार सुबह 10 बजे जवानों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। घटना स्थल से 12 बोर बंदूक सहित भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद की गई है।