देहरादून: उत्तराखंड में देहरादून के पौंधा क्षेत्र में स्थित देवभूमि संस्थान परिसर में रात भर हुई भारी बारिश के बाद जलभराव हो जाने के बाद फंसे कुल 200 छात्रों को आपदा प्रतिक्रिया कर्मियों ने आज मंगलवार को बचाया। मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के कई स्थानों से सड़कों, घरों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। संस्थान में 200 छात्रों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) कोर की बचाव टीमें मौके पर पहुंचीं और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। एसडीआरएफ ने कहा, “टीम मौके पर पहुंची और त्वरित बचाव अभियान चलाया। जलभराव के बीच, टीम ने अत्यंत विवेक और तत्परता से काम किया और सभी 200 छात्रों को सुरक्षित निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।”
वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मंगलवार को भारी बारिश से प्रभावित देहरादून के सहस्त्रधारा, रायपुर और अन्य इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने केसरवाला, मालदेवता क्षेत्र का भी निरीक्षण किया, जहां देहरादून जिले के सहस्त्रधारा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण पानी के तेज बहाव के कारण रायपुर के मालदेवता में 100 मीटर लंबी सड़क बह गई थी। पत्रकारों को संबोधित करते हुए धामी ने कहा, “घरों और सरकारी संपत्तियों को काफी नुकसान हुआ है। आजीविका प्रभावित हुई है। हम चीजों को पटरी पर लाने के लिए काम कर रहे हैं। कई जगहों पर संपर्क बाधित हुआ है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। हमारे सभी विभाग युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सुबह मुझसे बात की और पूरी जानकारी ली। उन्होंने हमें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। हम इस आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए काम कर रहे हैं।”
सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहे हैं। देहरादून में आज तड़के से ही मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे सहस्त्रधारा नदी उफान पर आ गई है। तेज़ पानी के कारण मलबा मुख्य बाज़ार में घुस गया, जिससे कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से सहस्त्रधारा रोड पर स्थित दुकानें और होटल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। मलबा मुख्य बाज़ार में आ गया जिससे होटलों और दुकानों को नुकसान पहुंचा।