2019 चुनाव की बागडोर अब सुनील अरोड़ा के हाथ
सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे। सरकारी सूत्रों ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी है। अरोड़ा 2 दिसंबर को रावत की जगह पदभार संभालेंगे। पूर्व आईएएस अधिकारी सुनील अरोड़ा को 31 अगस्त 2017 को नया चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। जुलाई 2017 में नसीम जैदी के मुख्य चुनाव आयुक्त पद से सेवानिवृत होने के बाद तीन सदस्यीय आयोग में चुनाव आयुक्त का एक पद खाली पड़ा था।
नई दिल्ली: चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा देश के अगले मुख्य निर्वाचन आयुक्त होंगे। वह निवर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत का स्थान लेंगे। निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि अरोड़ा आगामी दो दिसंबर को पदभार ग्रहण करेंगे। उल्लेखनीय है कि रावत का कार्यकाल एक दिसंबर को समाप्त हो रहा है। अरोड़ा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1980 बैच के राजस्थान कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। बतौर चुनाव आयुक्त अरोड़ा की नियुक्ति 31 अगस्त 2017 को हुई थी। समझा जाता है कि विधि मंत्रालय ने सोमवार को अरोड़ा की नियुक्ति को सरकार से मंजूरी मिलने के बाद उसे अनुशंसा के लिए राष्ट्रपति भवन भेजा है। मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि अरोड़ा की नियुक्ति की औपचारिक घोषणा की अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। राजस्थान में प्रशासनिक सेवा के दौरान विभिन्न जिलों में तैनाती के अलावा 62 वर्षीय अरोड़ा ने केन्द्र सरकार में सूचना एवं प्रसारण सचिव और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया। इसके अलावा वह वित्त और कपड़ा मंत्रालय एवं योजना आयोग में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे 1993 से 1998 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री के सचिव और 2005 से 2008 तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी रहे।
कौन हैं सुनील अरोड़ा?
– सुनील अरोड़ा साल 1980 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी है।
– उन्होंने वित्त, कपड़ा एवं योजना आयोग जैसे मंत्रालयों एवं विभागों में भी विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं।
– वह साल 1999-2002 के दौरान नागरिक विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर काम कर चुके हैं।
– वे पांच साल तक इंडियन एयरलाइंस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) भी रहे हैं, इसमें दो साल तक वह अतिरिक्त प्रभार में थे जबकि तीन साल तक उनके पास कंपनी का पूर्णकालिक प्रभार था।
– वे राजस्थान में धौलपुर, अलवर, नागौर और जोधपुर जैसे जिलों में तैनात रह चुके हैं।
– वे वर्ष 1993-1998 के दौरान मुख्यमंत्री के सचिव पद पर थे।
– वे वर्ष 2005-2008 के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे।
– उन्होंने राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क, उद्योग एवं निवेश विभागों में भी अपनी सेवाएं दी हैं।