दिल का ख्याल रखें दिल से। ये बात जितनी सुनने में अच्छी लगती है, उतनी ही जरूरी भी है। आज अगर किसी बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ गया है तो वो है दिल से जुड़ी हुई बीमारियां। जरूरी नहीं है कि वो हार्ट अटैक हो, लेकिन दिल से ही हर बीमारी जुड़ी हुई होती है। दिल हमारे शरीर का अहम हिस्सा है, लेकिन आज हम दिल के प्रति ही सबसे ज्यादा लापरवाह हो गए हैं।
29 सितंबर को हम वर्ल्ड हार्ट डे मनाने जा रहे हैं, लेकिन क्या हमें पता है कि हमारा दिल कितना कमजोर होता जा रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन कुछ ऐसे आंकड़े बता रहा है, जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। अमेरिका में 42 सेकेंड में एक व्यक्ति की मौत केवल दिल का दौरा पड़ने से होती है। वहीं, भारत में भी दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
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साल 2020 तक दिल की बीमारी से मरेंगे ज्यादातर लोग
साल 2001-2014 तक दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या 92 फीसद का इजाफा हुआ है। अगर आंकड़ों में बात करें तो 1.65 लाख लोग हर साल हार्ट अटैक से मरते हैं। सबसे बड़ी और चिंताजनक बात ये है कि वर्ल्ड हेल्थ ने चेतावनी जारी की है कि साल 2020 में जितने लोग मरेंगे, उनमें से ज्यादातर लोगों की मौत का कारण ये दिल की बीमारी ही होगी।
दिल की भी होती है उम्र
पहले उम्र के साथ-साथ दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता था, लेकिन अब बदलती जिंदगी और लाइफस्टाइल की वजह से हमें छोटी उम्र में ही दिल की बीमारियां हो जाती हैं। दिल की भी एक उम्र होती है। सुनकर आश्चर्य लग रहा होगा, लेकिन ये सच है। और इसकी उम्र हमारे हाथ में है। हमें अपने दिल का जितना ख्याल रखेंगे, उतनी ही इसकी उम्र लंबी होगी।
क्यों कमजोर हो गया दिल
युवाओं में दिल की बीमारी का खतरा इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि उनकी लाइफस्टाइल बदलते समय के साथ बहुत बदल रही है। स्मोकिंग, जंक फूड, ड्रिंकिंग की बुरी आदतें उनके दिल को कमजोर बना देती है। हाइपरटेंशन और तनाव की वजह से ही दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।
दिल की बीमारी से जुड़े कुछ तथ्य
देश की कुल आबादी में 4.5 करोड़ लोग इस बीमारी से जुझ रहे हैं। साल 2030 तक 35.9 फीसद लोग इस बीमारी से मर सकते हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। वैसे तो 25 से 30 साल की उम्र के लोगों को ये बीमारी होती है। लेकिन हालिया रिसर्च बताती है कि ये बीमारी अब युवाओं में ज्यादा होने लगी है।
आईए इसके कारणों से रू-ब-रू होते हैं
कोलेस्ट्रल का खतरा बढ़ने से दिल की बीमारियां होती हैं। जैसे आप रोजाना अगर तेल और फ्राइड खाना खाएंगे तो आपको कई तरह की दिल की बीमारी हो सकती है।
फैट बढ़ने से
अगर आपका वजन बढ़ता जा रहा है तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। आपके दिल पर बोझ बढ़ता है। ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य का, वजन का पूरा ख्याल रखना होता है। रोजाना एक्सरसाइज और योग करते रहने से आपका दिल स्वस्थ्य रहता है।
बदलती लाइफस्टाइल
बदलती मॉर्डन लाइफस्टाइल आपके लिए खतरे की घंटी है। अभी आपको समझ नहीं आ रहा है, लेकिन आप जितना खाने पीने में लापरवाही करेंगे उतना ही आपका दिल कमजोर होता जाएगा।
स्मोकिंग और ड्रिंकिंग की बुरी आदतें
स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से आपका फेफड़ां खराब हो जाता है। आपका लीवर और किडनी सड़ जाती है। शरीर के अंदर की आंते सूख जाती हैं।
टेंशन और तनाव है कारण
ज्यादा तनाव और स्ट्रेस लेने से आपकी दिमाग की नसें कमजोर हो जाती हैं। ब्लड प्रेशर और सुगर से भी दिल की शिकायतें हो सकती हैं।
ऐसे रखें दिल का ख्याल
विश्व हृदय दिवस के दिन हम आपको कुछ सलाह देंगे, आप अपने दिल का ख्याल कैसे रख सकते हैं। केवल जागरूकता फैलाने से नहीं होगा, बल्कि जरूरत है कुछ खास बातों पर ध्यान देने की।
हमें अपनी बनावट, जीवनशैली पर खास ध्यान देना होगा। खान-पान, सोना, नींद और भी कई चीजों का ख्याल रखना होगा। खुश रहना होगा, ज्यादा तनाव लेने से जीवन दुखी होता है और दिल कमजोर।
मोटापे का ख्याल रखें। आधे घंटे कम से कम वॉक पर जाएं। एक्सरसाइज करें और लाइफस्टाइल को बदलें।