2020 में धनु राशि वालों की मजबूत रहेगी आर्थिक स्थिति
ज्योतिष : शास्त्र के अनुसार धनु राशि का नौवां स्थाना है। धनु राशि के जातकों को इस वर्ष काफी हद तक अच्छा रहेगा और इस वर्ष आप अपने निजी सम्बन्धों को स्थायित्व और मजबूती दे पाएंगे। इस वर्ष शनिदेव आपके दूसरे भाव में अपनी राशि में स्थित रहेंगे और वही बृहस्पति देव 30 मार्च को दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे तथा 14 मई को वक्री होने के बाद 30 जून को पुनः धनु राशि में चले जाएंगे। यहां वह 20 नवंबर तक रहेंगे और फिर मकर राशि में लौट आएंगे। राहु का गोचर सितम्बर 2020 के मध्य तक आपके सप्तम भाव में रहेगा और उसके बाद छठे भाव में आ जाएगा। धनु राशि के जातकों के लिये वर्ष 2020 बहुत ही शुभ रहने के आसार हैं क्योंकि वर्ष की शुरुआत में ही राशि स्वामी बृहस्पति स्वराशि में विराजमान रहेंगे। गुरु का स्वराशि में होना आपके लिए हंस महायोग बनाएगा। 2020 की कुंडली में इस योग के होने से आपके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होगा। कहा जाता है कि लग्न या राशि में बृहस्पति के होने से आपके अंदर जो भी अवगुण हैं वह किसी के सामने नहीं आ पाते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने अवगुणों को छुपाएं। आप इस अवसर का लाभ उठाकर अपने अवगुणों को समाप्त कर सकते हैं। इस वर्ष जातक की आर्थिक स्थिति अच्छी खासी रहेगी क्योंकि शुक्र लाभ स्थान के स्वामी होकर धन के स्थान में विराजमान हैं। भाग्य भी इस वर्ष 2020 में भरपूर सहयोग करने वाला है क्योंकि भाग्य के स्वामी सूर्य आपकी ही राशि में विराजमान हैं। कर्मभाव के स्वामी व दाम्पत्य जीवन के स्वामी ग्रह बुध केंद्र में ही गुरु केतु सूर्य शनि के साथ विराजमान हैं इसके प्रभाव से कार्यक्षेत्र में नई-नई योजनाएं जन्म लेंगी। विशेषकर जो भी व्यक्ति शिक्षा से संबंधित क्षेत्र में कार्यरत हैं उनके लिये तो ये सोने पर सुहागे वाला काम करेंगे। विदेश में शिक्षा पाने के इच्छुक जातकों के लिये विदेश में शिक्षा पाने के योग भी बन रहे हैं। क्योंकि पंचमेश कारक ग्रह मंगल जो कि शिक्षा के स्वामी बने हुए हैं वह 12वें स्थान में विराजमान हैं जो विदेश जाने के लिये जातक को प्रेरित करता है। राहु का सप्तम स्थान में होना आपके दाम्पत्य जीवन के लिये कड़वाहट पैदा कर सकता है। इसलिए आपको अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम व विश्वास का रिश्ता बनाए रखने की आवश्यकता है। वर्ष की शुरुआत में शनिदेव 24 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगें जो कि आपकी राशि से दूसरे स्थान पर रहेंगें। दूसरा स्थान धन व कुंटुंब परिवार का कारक माना गया है। गुरु 30 मार्च को मकर राशि में शनि के साथ प्रवेश करेंगें जो कि आपकी राशि से धन भाव में नीच भंग राजयोग बना रहे हैं। गुरु वैसे भी आपकी राशि के स्वामी भी हैं जिनका धन भाव में नीचभंग राजयोग बनाना आपके व्यक्तित्व में निखार लायेगा। आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगा। कर्मक्षेत्र पर नवम दृष्टि होने से शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे। 11 मई 2020 को शनि वक्री हो रहे हैं। वक्र होने पर धन हानि व कुटुंब परिवार में कलह की स्थिति बन सकती है। इस समय पर कोई भी लेन-देन न करें क्योंकि वक्र ग्रह के प्रभाव से लिया हुआ पैसा दे नहीं पाएंगे तो दिया हुआ पैसा वापस मिलने में भी आपको परेशानी हो सकती है।
14 मई को गुरु मकर राशि में ही वक्री हो जाएंगे जिसके पश्चात आर्थिक स्थिति में आपको मिलाजुला असर देखने को मिल सकता है। लेकिन मानसिक संतुष्टि अधिक मिलेगी तथा चारों तरफ से हर कार्य में सफलताएं मिलनी शुरु होंगी। 30 जून को गुरु वक्री अवस्था में ही धनु राशि में आ जाएंगे जिससे पिछले समय से अधूरे चल रहे कुछ कार्यों को पूरा करने में आपको समय लगा सकते हैं। 13 सितम्बर को गुरु मार्गी हो जाएंगे जिसके बाद भविष्य की योजनाएं बनाने में आप व्यस्त हो सकते हैं। 23 सितम्बर को आपकी राशि से छठवें स्थान पर विचरण करेंगे तथा केतु जो कि आपकी में ही विराजमान थे वो भी अब 12वें स्थान में आ जाएंगे। राहु का वृषभ राशि और रोग स्थान में आना आपके लिये रोग और शत्रुता की उत्पति करने वाला बन सकता है। छठा स्थान प्रतिस्पर्धा का भी होता है इस लिये यहां भी आपके लिये प्रतिस्पर्धा काफी चुनौतीपूर्ण रहेगी। केतु का लग्न से व्यय स्थान में आना खर्च की बढ़ोतरी करने वाला रह सकता है। शनि 29 सितम्बर को मार्गी होंगे। मार्गी होने पर पुन: आपके लिये स्थितियां बदलनी शुरु होंगी। अचानक से धन लाभ की संभावनाएं बन सकती हैं। रुका हुआ धन भी इस समय आपको प्राप्त हो सकता है। 20 नवम्बर को गुरु पुन: मकर राशि में आ जाएंगे जिसके पश्चात अपने सपनों को साकार करने के लिये आप मेहनत कर सकते हैं। ससुराल पक्ष से भी आपको इस समय अपेक्षित सहयोग मिल सकता है।