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2020 में मीन राशि वालों के लिए नौकरी व व्यवसाय में उन्नति के योग

ज्योतिष : शास्त्र के अनुसार गुरु के स्वामित्व वाली है राशि है मीन। ज्योतिष चक्र की अंतिम यानी बारहवीं राशि है मीन। इसका स्वरूप मछली जैसा है। मीन राशि वाले लोग मित्रपूर्ण व्यवहार के कारण अपने कार्यालय और घर-परिवार में विशेष स्थान प्राप्त करते हैं। आप कभी अति मित्रतापूर्ण व्यवहार नहीं करते हैं, बल्कि आपका व्यवहार बहुत नियंत्रित रहता है। 2020 में वर्ष की शुरुआत में ही 24 जनवरी को शनि का परिवर्तन आपकी राशि में यानी की कर्मभाव से आय के स्थान में हो रहा है। आय स्थान में शनि के जाने से धन की वर्षा होगी। 30 मार्च को बृहस्पति का परिवर्तन कर्म भाव से लाभ स्थान में हो जाएगा जो कि आपके लिये शुभता को बढ़ाने वाला रहेगा। क्योंकि राशि और कर्म का स्वामी ग्रह बृहस्पति लाभ के स्थान पर विराजमान होगा। जहां पर पहले से ही स्वराशि के शनि होंगे। शनि और गुरु की यह युति नीच भंग राजयोग बना रही है। 11 मई 2020 को शनि वक्री होंगे। जिसके पश्चात अचानक से धन का आगमन रूक सकता है। शारीरिक रूप से भी आपकी परेशानियां बढ़ सकती हैं। संतान और शिक्षा को लेकर भी आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। क्योंकि वक्र शनि की दृष्टि आपके संतान व शिक्षा के घर पर पड़ रही है। 14 मई को गुरु वक्री हो जाएंगे जिसके पश्चात गुरु का शुभ प्रभाव मिलना शुरु हो जाएगा। इस समय गुरु की वक्र दृष्टि अपनी उच्च राशि पर पड़ेगी। जो आपको आपकी शिक्षा व संतान पक्ष से भी शुभफल दे सकती है। सप्तम भाव में नव दृष्टि होने पर विवाह के योग भी बनेंगें। दाम्पत्य जीवन का सुख भी आपको अच्छा मिलेगा। इसके पश्चात 30 जून को वक्री गुरु धनु राशि में चले जाएंगे। जिससे पिछले समय से रूके हुए कार्यों को बनाने में जातक का अधिक समय व्यतीत होगा।

2020 में राहु का परिवर्तन 23 सितम्बर को हो रहा है। राहु जातक के पराक्रम के स्थान पर वृषभ राशि में आ जाएंगे, जिससे आपके पराक्रम में उन्नति के योग बनेंगे। साथ ही उच्च का राहु आपकी हवाई यात्रा करवाएगा। इसके साथ ही भाग्य स्थान में केतु भी आ रहे हैं। इनके आने के बाद आप के अंदर आध्यात्म के प्रति रूचि बढ़ेगी। घर का माहौल भी थोड़ा धार्मिक हो सकता है। 29 सितम्बर को शनि मार्गी हो जाएंगे। शनि के मार्गी होने पर पुन: आपके कार्यों में तेजी आनी शुरु हो जाएगी व पिछले समय से जो चीजें आपकी रूक गई थी वह तेजी से आगे बढ़ती हुई दिखाई देंगी। 20 नवम्बर को गुरु दोबारा मकर राशि में आ जाएंगे वैसे ही जातक की योजनाएं सफल होनी शुरु हो जाएंगी। राहु भी इस वर्ष की शुरुआत में सुख स्थान में विराजमान रहेगा जो कि मित्र व मां का घर भी कहा जाता है यहां पर राहु का होना आपको थोड़ा भ्रमित भी कर सकता है। यहां आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। बृहस्पति के गोचर के प्रभाव से आपके भाई और बहनों के जीवन में खुशहाली आएगी। वे आपके लिए मददगार भी बने रहेंगे, लेकिन शनि में गोचर के कारण परिवार के अन्य लोगों के लिए समय बहुत अनुकूल नहीं है, इस कारण से आप पारिवारिक सुख के अभाव का अनुभव करेंगे।

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